दिल्ली मेट्रो ने 12 मिनट का कठपुतली शो तैयार किया है। यह मेट्रो सफर की गलतियों की तरफ अंगुली उठाता है और आपसी गलती से सीखने की प्रेरणा देता है। सफर के दौरान पीली रेखा का ख्याल, चढ़ने-उतरने में धक्कामुक्की और बुजुर्ग व महिलाओं की सीट पर कब्जा करने वालों को सीख देने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है।

मेट्रो दिल्ली के स्कूलों में कठपुतली शो आयोजित कर सफर में गलतियों की तरफ ध्यान खींचने का काम कर रही है जिससे भावी पीढ़ी में मेट्रो सफर को लेकर शिक्षित किया जा सके। साथ ही ये बच्चे अपने घरवालों को भी मेट्रो में सफर के दौरान गलतियों पर टोक सकें। इस योजना में दो कठपुतली भाई-बहन गाइड बनकर सही तरीके से मेट्रो सफर की शिक्षा देते हैं।

मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में मेट्रो शुरू होने के वक्त यात्रियों को लेकर बहुत संशय था। जिस दिल्ली में लोग सीधी सड़क पर चलते तक नहीं, उन्हें मेट्रो में किस तरह अनुशासित सफर कराया जाए यह बड़ा सवाल था। उनको व्यवस्थित ढंग से यात्रा करान मुश्किल था, इसलिए मेट्रो की तरफ से समय-समय पर ऐसे जन जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं।

डीएमआरसी ने जागरूकता के हर पहलू पर काम करने की कोशिश की है। जिसके लिए छोटी-छोटी फिल्में बनाई गर्इं, पोस्टर लगाए और अब कठपुतली शो का भी सहारा लिया जा रहा है।
मेट्रो की तरफ से पिछले छह महीने में दिल्ली-एनसीआर के करीब 150 स्कूलों में कठपुतली शो किया जा चुका है। जिसमें 25 हजार से ऊपर छात्रों को जोड़ा जा चुका है। मेट्रो को इस पहल के लिए हाल में स्कॉप पीआर आवार्ड भी मिला है। इसे लेकर इंडिया हैबिटेट सेंटर में मेट्रो की तरफ से एक कठपुतली शो का भी आयोजन हुआ।