राजधानी में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों और नर्सिंग होम्स को अगले तीन महीने के लिए बिस्तरों की संख्या में 10 से 20 फीसद का इजाफा करने की इजाजत दी है। साथ ही सरकार ने अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे डेंगू और बुखार के किसी भी मरीज के इलाज और उसे भर्ती करने से इनकार न करें। अतिरिक्त बिस्तरों पर केवल डेंगू और बुखार के मरीज लिए जाएंगे।
डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को बिस्तरों की संख्या में 10 से 20 फीसद इजाफा करने की इजाजत दे दी है। हालांकि, यह अनुमति इस शर्त के साथ दी जा रही है कि इन बिस्तरों पर केवल डेंगू और बुखार के मरीज दाखिल किए जाएंगे। सभी अस्पतालों को फीवर कॉर्नर तैयार रखने को भी कहा गया है। सरकार ने कहा कि डेंगू पर समर्पित सेल का गठन किया गया है जो डेंगू से संबंधित उपायों को लागू करेगा। सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि डेंगू को देखते हुए 300 से ज्यादा फीवर क्लीनिक तैयार किए गए हैं।
इसके साथ ही एस्प्रिन, आइब्रूफेन और डिक्लोफेन जैसी दवाओं की बिक्री को डेंगू के दौरान सीमित किया जाएगा क्योंकि ये दवाएं प्लेटलेट्स को कम करती हैं। सरकार ने डेंगू जांच को लेकर निजी प्रयोगशालाओं पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है जिसके अनुसार डेंगू का पता लगाने के लिए की जाने वाली एलिजा जांच 600 रुपए से ज्यादा की नहीं हो सकती और प्लेटलेट्स की संख्या का पता लगाने वाली जांच 50 रुपए से ज्यादा की नहीं हो सकती। इससे ज्यादा पैसा वसूल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने कहा है कि कॉलेज और स्कूल के विद्यार्थियों के माध्यम से डेंगू की रोकथाम का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
डेंगू के लार्वा मिलने पर निगम ने काटे 80 चालान
दिल्ली नगर निगम ने डेंगू के लार्वा मिलने पर दिल्ली मेट्रो परियोजनाओं, कॉलेजों, डीडीए, डीटीसी डिपो, निजी और सरकारी अस्पतालों, थाना परिसरों, एयरपोर्ट के भागों, सरकारी और निजी स्कूलों के चालान काटने शुरू कर दिए हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने डेंगू के खिलाफ एक बड़े अभियान के अंतर्गत अपने चारों जोन में बड़े कार्यालयों, मेट्रो परियोजनाओं, कॉलेजों, डीडीए कार्यालयों और अस्पतालों के चालान किए गए हैं। 15 मार्च से 27 जुलाई 2016 के बीच लगभग 80 ऐसे चालान किए गए। इन स्थानों पर मच्छरों का प्रजनन पाया गया था। जन स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह कारर्वाई जारी रहेगी।द्वारका सेक्टर आठ के एमसीआइ महानिदेशक के साथ ही इंदिरा गांधी एयरपोर्ट हॉस्टल में, द्वारका में रह रहे निगम के एक जेई और बागडोला के निगम स्कूल के उपप्राचार्य का भी चालान काटा गया।
दिल्ली में अब तक 119 मामले
राष्ट्रीय राजधानी में इस मौसम में डेंगू के कम से कम 119 मामले सामने आए हैं, जिसमें से अकेले 91 मामले पिछले महीने दर्ज किए गए। सोमवार को निगम की ओर से जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 23 जुलाई तक डेंगू के कुल 62 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि मई में छह और जून में 15 मामले दर्ज किए गए थे। 30 जुलाई तक डेंगू के मामलों की संख्या 91 थी। आखिरी गिनती के बाद से 29 नए मामले सामने आए हैं और इस तरह से दिल्ली में डेंगू के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 119 हो गई है। पिछले साल राजधानी में डेंगू के 15,867 मामले सामने आए थे जिसमें 60 लोगों की जानें गई थीं। इस साल डेंगू के मामले अपेक्षाकृत जल्दी सामने आए हैं। पिछले साल जून में केवल छह मामले, जबकि जुलाई में 36 मामले दर्ज किए गए थे। इनमें तीनों नगर निगमों के सभी जोनों की रिपोर्ट को शामिल किया गया है।

