Delhi Elections 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद विभिन्न राजनीतिक दल भले ही अपनी हार-जीत का चुनावी गणित लगा रहे हों लेकिन दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों का इम्तिहान अभी बाकी है। दिल्ली पुलिस के विभिन्न यूनिटों के दस हजार तैनात जवानों और अधिकारियों के साथ-साथ अर्द्धसैनिक बलों की करीब 50 कंपनियां चुनाव में ईवीएम की सुरक्षा से लेकर, स्ट्रांग रूम में रखे गए संदूक और जीत के जश्न के जलसों तक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद ही चैन की सांस ले सकेगी। करीब दो हफ्ते से मुस्तैद सुरक्षा बलों के लिए शाहीन बाग की वजह से चुनाव में कोई बड़ा व्यवधान न उत्पन्न हो जाए इसलिए उनकी नींद उड़ी हुई थी।
चुनाव सुरक्षा के बाबत बनाए गए उपायुक्त शरत कुमार सिंहा ने बताया कि पुलिस 24 घंटे सातों दिन सुरक्षा में मुस्तैद होती है। चुनाव में अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जाती है लिहाजा यहां अतिरिक्त बलों के साथ हम कानून के मुताबिक कार्य करते हैं। बार्डर इलाके में विशेष गश्त और तैनाती गई है ताकि संदिग्धों की धड़पकड़ तुरंत हो सके। आतंकवादी और उग्रवादी गतिविधियां के मद्देनजर राजधानी दिल्ली हमेशा सुरक्षा के बाबत मुस्तैद रहता है। अन्य चुनाव की तरह ही इस बार भी विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग के निर्देश पर पुलिस के एक उपायुक्त को चुनाव सेल का उपायुक्त बनाकर आला अधिकारी की निगरानी में पूरी चुनाव प्रणाली को शांति पूर्ण ढंग से निबटाने की जिम्मेवारी सौंपी गई।
चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद अवैध शराब की बरामदगी से लेकर नगदी और अन्य करंसी के लेन देन पर पुलिस की विशेष नजर रखी गई थी। पुलिस ने अपनी खुफिया सूत्रों को सतर्क और मुस्तैद कर चुनावी प्रक्रिया के दौरान अभियान चलाया था। उपायुक्त शरत कुमार सिंहा ने बताया कि दिल्ली पुलिस के जिले में तैनात पुलिस बलों के करीब सात हजार जवानों और अधिकारियों के अलावा यातायात यूनिट, पीसीआर, स्पेशल ब्रांच, अपराध शाखा के साथ स्पेशल सेल की टीमें पूरी तरह से चुनावी प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं। तीन सतहों पर स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था में कहीं से भी कोई चूक नहीं हो जाए लिहाजा पुलिस के आला अधिकारियों की निगरानी में गठित टीमें मुस्तैद की गई है।
रविवार और सोमवार को ईवीएम सहित स्ट्रांग रूम में रखे संदूक की निगरानी और फिर मंगलवार को होने वाली मतगणना स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर काम शुरू कर दिया गया। अवरोधक लगाकर दिल्ली आने जाने वाले हर उस सीमा पर नजर रखी जा रही है जहां से किसी भी प्रकार के व्यवधान उत्पन्न होने की संभावना है। परिणाम के बाद जीत के जश्न में विरोधी पार्टियों के साथ कोई अशोभनीय व्यवहार न हो और संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाके में किसी भी प्रकार का उपद्रव न फैले इस बाबत विशेष रूप से जवानों को सतर्क और प्रशिक्षण देकर तैनात किया गया है।

