Indian Coast Guard: एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक भारतीय तट रक्षक (ICG) ने गुजरात तट से दूर अरब सागर में डूब रहे एक आपूर्ति पोत से चालक दल के 12 सदस्यों को सुरक्षित बचाया है। भारतीय तट रक्षक (ICG) ने रविवार को यह जानकारी दी है। रक्षा विज्ञप्ति के अनुसार, मुंबई के आईसीजी समुद्री बचाव समन्वय केन्द्र (MRCC) को सुबह 11 बजे संकट संदेश मिलने के बाद शनिवार को अभियान चलाया गया।

क्या जानकारी सामने आई है

रक्षा विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि मुंबई स्थित आईसीजी मैरीटाइम रेस्क्यू कोऑर्डिनेशन सेंटर (एमआरसीसी) को शनिवार सुबह 11 बजे संकट का संदेश मिला, जिसके बाद बचाव अभियान चलाया गया। मोटर आपूर्ति पोत (एमएसवी) के बुरी तरह डूबने की सूचना मिली थी। भारतीय चालक दल के सभी 12 सदस्यों को मोटर टैंकर (एमटी) सीरेंजर पर ले जाया गया। एमएसवी ‘निगाहें करम’ जिबूती जाने के रास्ते पर था।

  एमआरसीसी ने घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में काम कर रहे सभी जहाजों को सतर्क किया और समुद्री बचाव उप केंद्र (एमआरएससी) पोरबंदर के साथ कॉओर्डिनेशन कर एक मोटर टैंकर सीरेंजर को पोत की तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए डायवर्ट किया गया।  बयान में कहा गया है, इसके अलावा क्षेत्र में सक्रिय आईसीजी जहां ‘सार्थक’ को भी डायवर्ट किया गया और फास्ट इंटरसेप्टर वर्ग के जहाज सी-152 को भी तुरंत वडीनगर (द्वारका जिला) से रवाना किया गया।  

इसमें कहा गया चालक दल के सदस्यों ने एमटी सीरेंजर से आईसीजी जहां में स्थानांतरित किया गया और वडीनगर लाया गया। प्रारंभिक चिकित्सा के बाद उन्हें जहाज के मालिक को सौंप दिया गया। 

भारतीय तटरक्षक बल को निगरानी, सुरक्षा संचालन के लिए मल्टीकॉप्टर ड्रोन मिलेंगे

इंडियन कोस्ट गार्ड ने मल्टीकॉप्टर ड्रोन के लिए पहला अनुबंध किया है। इन ड्रोनों को शामिल करने से भारतीय तटरक्षक बल की समुद्री निगरानी और पाबंदी क्षमताओं को काफी बढ़ावा मिलेगा। इस कदम को भारत सरकार की ड्रोन तकनीक अपनाने की नीति के अनुरूप देखा जा रहा है। यह ड्रोन चलते समय दोनों जहाजों से और साथ ही किनारे के स्टेशनों से लॉन्च किए जाने में सक्षम हैं और निगरानी और सुरक्षा संचालन के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।