मध्य प्रदेश सरकार में जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल होने जा रहा है। कुछ नए नामों को मंंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। इसी सिलसिले में राज्य के   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। नए नामों पर आखिरी मोहर लगवाने के लिए  शिवराज ने पार्टी महासचिव रामलाल से भी मुलाकात की।

संभावना है कि आने वाले एक-दो दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। चौहान के हाथों में लगातार तीसरी बार मध्य प्रदेश की कमान है। इस समय मध्य प्रदेश में 18 कैबिनेट मंत्री और 4 राज्य मंत्री हैं। मंत्रिमंडल में 2014 और 2015 में भी विस्तार के कयास लगाए गए थे लेकिन तब यह संभव नहीं हो पाया। संविधान के अनुसार राज्य में अभी 11 और नए मंत्री बनाए जा सकते हैं।

इस बीच केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने वाले हैं। यह अगले सप्ताह हो सकता है। अटकलों के मुताबिक ये कुछ चेहरे मंत्रिमंडल से हटाए जा सकते हैं और कुछ नए नेता शामिल किए जा सकते हैं।

अनुप्रिया पटेल: अनुप्रिया अपना दल की नेता हैं और मिर्जापुर से सांसद हैं। एनडीए के सहयोगी अपना दल का अभी कोई सांसद मंत्री नहीं है। अनुप्रिया को मंत्री पद देकर भाजपा यूपी चुनावों से पहले गैर यादव ओबीसी वोटों को रिझाना चाहेगी। (Express Archive)
गिरिराज सिंह: बिहार के नवादा से सांसद सिंह अभी सूक्ष्‍म एवं लघु मंत्रालय में राज्‍य मंत्री है। उन्‍हें बिहार चुनावों को ध्‍यान में रखते हुए मंत्री पद दिया गया था। उनका प्रदर्शन भी मंत्री के लिहाज से प्रभावशाली नहीं रहा। साथ ही वे कई विवादों में भी रहे हैं। (Express Archive)
अर्जुनराम मेघवाल: मेघवाल राजस्‍थान के बीकानेर से सांसद हैं। अभी वे लोकसभा में भाजपा के मुख्‍य सचेतक हैं। वे लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। उन्‍हें निहालचंद की जगह मंत्री बनाया जा सकता है। (Express Archive)
भगत सिंह कोश्‍यारी: उत्‍तराखंड से अभी मोदी मंत्रीमंडल में एक भी मंत्री नहीं है। कोश्‍यारी पार्टी के वरिष्ठ नेता है। साथ ही उत्‍तराखंड में भी अगले साल चुनाव होंगे। (Photo:PTI)
नजमा हेपतुल्‍ला: उनके पास अभी अल्‍पसंख्‍यक मंत्रालय है। वे मोदी कैबिनेट में सबसे वरिष्‍ठ मंत्री है। लेकिन उनके आड़े अब उम्र आ रही है। वे 76 साल की हो चुकी हैं। पीएम मोदी अपनी कैबिनेट में उम्रदराज नेताओं को नहीं रखना चाहते। इसके कारण नजमा के जूनियर सहयोगी मुख्‍तार अब्‍बास नकवी को उनका मंत्रालय दिया जा सकता है।
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