बहुजन समाज पार्टी(BSP) का वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट सस्पेंड हो गया है। दरअसल सोमवार को बहुजन समाज पार्टी के नाम वाले इस ट्विटर अकाउंट से एक पोस्टर पोस्ट किया गया था। उस पोस्टर में मायावती समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजद नेता लालू यादव, तेजस्वी यादव और जनता दल यू नेता शरद यादव के फोटो लगे हैं। अखिलेश यादव और मायावती को एक साथ पोस्टर में नझर आने की खबर तेजी से वायरल हो गई। ये खबर बसपा सुप्रीमो मायावती तक भी पहुंची। मायावती ने इस पोस्टर का संज्ञान लिया। पोस्टर जारी करने वाले ट्विटर अकाउंट से ही मायावती और उनकी पार्टी ने अपना पल्ला झाड़ लिया। बहुजन समाज पार्टी ने स्पष्ट किया कि उसका कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है और इस सोशल मीडिया साइट के माध्यम से जारी किये गए पोस्टर के संबंध में प्रकाशित और प्रसारित सभी खबरें गतल तथा मिथ्या प्रचार हैं। बीएसपी ने कहा कि पार्टी इनका खंडन करती है। मायावती द्वारा अकाउंट को फर्जी बताए जाने के बाद @BspUp2017 के नाम से चल रहे अकाउंट को ट्विटर ने सस्पेंड कर दिया है।
मायावती ने अपने बयान में कहा कि लालू प्रसाद यादव द्वारा दिनांक 27 अगस्त को प्रस्तावित विपक्ष की रैली से संबंधित जिस पोस्टर के हवाले से आज कुछ अखबारों में खबरें छपी हैं वह सही नहीं है। बसपा का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। जिसके बाद बीएसपी के नाम से चल रहे ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया।

माया ने कहा कि हमारी पार्टी विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात देश के सामने रखने के लिये लगातार प्रेसनोट जारी करती है ताकि विस्तार से अपनी बातें मीडिया के सामने रख सके, जबकि ट्विटर में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। मायावती ने कहा कि विपक्ष की एकता के जिस पोस्टर के हवाले से खबर बनाई गयी है, वह प्रथम दृष्टया ही गलत एवं शरारतपूर्ण है।