असम की तरह उत्तर प्रदेश में भी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बारे में अपने पत्ते नहीं खोलते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाएगी और वे चुनाव उसके लिए असम से भी ज्यादा आसान साबित होंंगे। उन्होंने प्रदेश में समाजवादी पार्टी को भाजपा का मुख्य प्रतिद्वंद्वी बताया। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा सरकार पर परोक्ष प्रहार करते हुए शाह ने कहा कि वहां भारी अव्यवस्था है और जातिवाद भी एक बडा कारक है।

असम की जीत और केरल में पार्टी को मिले मतों से उत्साहित भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी होगी और प्रदेश में जीत हासिल करना असम से भी आसान होगा क्योंकि वहां पार्टी के पास अपनी ताकत है। केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर यहां वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अभी यह फैसला नहीं किया गया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम का एलान करेगी भी या नहीं। उन्होंने इस बारे में मीडिया में आई खबरों को खारिज करते हुए साफ कहा कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।

राम मंदिर के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि राम मंदिर हमारे एजंडा में है और वे राम मंदिर का निर्माण सर्वसम्मति से या अदालत के आदेश से करने के पक्षधर हैं। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहारनपुर में होने वाली रैली का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से कोई लेना-देना है। कांग्रेस मुक्त भारत के भाजपा के नारे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस नारे का अर्थ देश को उस अव्यवस्था से मुक्ति दिलाना है जो कांग्रेस ने फैला रखी है। उस पार्टी ने अपने निहित स्वार्थ के लिए जनहित को पूरी तरह ताक पर रख दिया था। वैसे कांग्रेस दिन पर दिन सिकुड़ती जा रही है और उसका जनाधार तेजी से घट रहा है।

राज्यसभा में संख्या बल के चलते सरकार के महत्त्वपूर्ण विधेयकों के रुक जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि राहुल अगर राजनीति छोडकर राष्ट्रीय हित पर ध्यान दें और विकास को महत्त्व दें तो कोई दिक्कत नहीं आएगी। शाह ने कहा कि राजग का विस्तार हो रहा है और कल ही पूर्वोत्तर में लोकतांत्रिक गठबंधन बना है जिससे वहां के कई छोटे दलों को जोड़ा गया है। यह दल पूर्वोत्तर के विकास पर ध्यान देगा। उन्होंने कहा कि भाजपा और राजग को पिछले दो सालों में मिली सफलता को बरकरार रखना बहुत जरूरी है और हम इसके लिए लगातार प्रयास करते रहेंगे।