पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच चल रहे तनाव को लेकर पीएम मोदी ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक के दौरान पीएम ने बयान दिया था कि भारत का न तो कोई जमीन का टुकड़ा किसी के पास है और न ही कोई सीमा पर घुसपैठ किया है। पीएम की इस टिप्पणी पर विपक्ष लगातार निशाना साध रहा है। यूथ कांग्रेस ने पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक वीडियो ट्वीट किया है और यूजर्स से पूछा है कि इन दोनों में झूठ कौन बोल रहा है।

यूथ कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर लिखा “बताओ दोनों में से कौन झूठ बोल रहा है? सही जवाब देने वाले को हमारा सलाम।” वीडियो में राजनाथ सिंह कह रहे हैं कि चीन हमारी सीमा में घुस आया है। किसकी सीमा कहा तक है उसको लेकर विवाद चल रहा है। वीडियो में राजनाथ कह रहे हैं कि अच्छी ख़ासी संख्या में चीनी भारत में आ गए हैं। वहीं पीएम मोदी वीडियो में कह रहे हैं कि लद्दाख में भारत की सीमा में कोई घुसा हुआ है और न ही हमारी कोई चौकी किसी दूसरे के कब्जे में है।

इसपर एक यूजर ने लिखा “बिहार में पतली पिन के चार्जर से भी पतली हो चुकी है “भाजपा” की हालत और भक्त अभी भी कह रहे हैं “तमल थिलेदा तमल” एक ने लिखा “झूठों की सरकार है। झूठ ही बोलेंगे।” एक ने लिखा “दोनों सच बोल रहे है , एक गूंगा, बेहरा भक्त।” एक ने लिखा “एक अंधभक्त से मैंने भी यही पूछा तो वो अंधभक्त बोला कि मोदी जी जुमला बोल रहे है और राजनाथ सिंह जी निंदा कर रहे है।”

सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी की ओर से दिए गए बयान पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सीमा की ओर चीनी सेना की कोई मौजूदगी न होने वाली टिप्पणियां सशस्त्र बलों की वीरता के बाद के हालात से जुड़ी हैं।

जारी बयान में कहा गया है कि सैनिकों के बलिदानों ने ढांचागत निर्माण और 15 जून को गलवान में अतिक्रमण की चीन की कोशिशों को नाकाम कर दिया। बयान में कहा गया है कि सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने जो कहा है उस पर जानबूझकर गलत धारणा फैलाई जा रही है। जहां तक एलएसी पर अतिक्रमण की बात है तो साफ कहा गया है कि गलवान में 15 जून को जो हिंसा हुई उसके पीछे चीनी सेना की ओर से एक निर्माण की कोशिश थी और जब उनको मना किया गया तो वो पीछे हटने को तैयार नहीं हुए।