प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नमामि गंगे कार्यक्रम’ की समीक्षा की है। इस योजना के तहत गंगा को स्वच्छ करने के लिए उत्तर प्रदेश में कितना काम हुआ है? इससे संबंधित एक प्रजेन्टेशन राज्य के मुख्य सचिव आर के तिवारी ने बीते शुक्रवार (17-01-2020) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ 27 जनवरी से 5 दिनों की ‘गंगा यात्रा’ की शुरुआत करने वाले हैं। लिहाजा पीएम को दिये गये प्रजेन्टेशन में इस यात्रा के उद्देश्य को भी विस्तार से बताया गया है।
जानकारी के मुताबिक इस दौरान प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि बैठक में उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि गंगा में सीधे जाकर गिरने वाली राज्य की 79 नालों को बंद किया गया है। इसके अलावा 25 अऩ्य नालों को बंद करने पर भी काम चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने इस बात का संज्ञान लिया कि गंगा को साफ करने को करने को लेकर पहले से ज्यादा काम हुआ है और अब जरुरत है लोगों को इस संबंध में जागरुक करने की।
यहां बता दें कि योगी आदित्यनाथ 1,358 किलोमीटर की लंबी ‘गंगा यात्रा’ करेंगे। यह यात्रा पश्चिमी बिजनौर और पूर्वी बलिया से शुरू होकर कानपुर तक होगी। यात्रा 31 जनवरी तक चलेगी। इसके तहत सीएम करीब 150 किलोमीटर की यात्रा पानी के रास्ते और बाकी सड़क के रास्ते तय करेंगे। यह यात्रा 27 जिलों के 1,000 ग्राम और 21 शहरी स्थानीय निकाय से होकर गुजरेगी।
यह भी बताया जा रहा है कि इस यात्रा में कुछ चुनिंदा जगहों पर केंद्रीय मंत्री भी हिस्सा लेंगे। वैसे, सभी मंत्रालय जिनका संबंध गंगा को स्वच्छ रखने से है उन सभी मंत्रालयों से इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए कहा गया है। इस यात्रा के दौरान कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे और साथ ही साथ गंगा को निर्मल रखने के लिए लोगों के बीच जागरूरता फैलाने का भी प्रयास किया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा ले सकते हैं।