चुनाव मामलों के जानेमाने विशेषज्ञ योगेंद्र यादव किसानों का दर्द बताते हुए गलत आंकड़ों के हिसाब से ही टमाटर की पैदावार करने वाले किसनों के नफा और नुकसान का आकलन कर दिया। योगेंद्र यादव नवी मुंबई सब्जी मंडी की एक रसीद टि्वटर पर पोस्ट की थी। उन्होंने इसमें दिए गए विवरण के आधार पर टमाटर की पैदावार करने वाले किसानों की दयनीय स्थिति का पूरा खाका खींच डाला। हालांकि, योगेंद्र यादव ने हिसाब लगाने में गलती कर दी थी। इसके बावजूद उन्होंने कुल खर्च के बाद किसानों को टमाटर बेचने के बाद एक रुपये का फायदा दिखाया। योगेंद्र ने जिन आंकड़ों पर भरोसा कर किसानों को एक रुपये का लाभ दिखाया था, यदि उसी के आधार पर उनके हिसाब-किताब को दुरुस्त कर दिया जाए तो किसानों को व्यापक नुकसान हो सकता है। इस स्थिति में कोई भी किसान कम से कम टमाटर की खेती करने से पहले सौ बार सोच-विचार करने पर मजबूर होगा। टमाटर की पैदावार ज्यादा होने के कारण भाव में जबरदस्त गिरावट आई है। ऐसे में देश भर के किसानों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, लोग योगेंद्र से रसीद के सही होने को लेकर भी सवाल पूछ रहे हैं।
Farmer sells tomatos in Navi Mumbai mandi
Quantity: 7.4 qt
Rate: ₹33 per qt
Total receipt: ₹2,442Deductions
Transport: ₹2100
Porter: ₹252
Weighing: ₹84
Postage: ₹5
Total: ₹2441Net income:2,442-2441=₹1
Yes, Rs. ONE!
pic.twitter.com/DIriEM8tO0— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) May 14, 2018
ये है योगेंद्र यादव का हिसाब: नवी मुंबई मंडी की रसीद के हवाले से योगेंद्र यादव ने बताया कि मंडी में टमाटर 33 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा था। एक किसान ने 7.4 क्विंटल टमाटर मंडी में बेचा, जिससे उन्हें 2,442 रुपये प्राप्त हुए। उनके आंकड़े यहीं पर गलत हो गए थे, क्योंकि इस दर पर टमाटर बेचने से 244.2 रुपया ही प्राप्त होगा। योगेंद्र यादव ने इसके बाद रसीद के आधार पर टमाटर को मंडी तक पहुंचाने में आने वाले खर्च का भी ब्योरा दिया। मसलन, ट्रांसपोर्ट पर 2,100 रुपये, ढुलाई पर 252 रुपये, तौलाने पर 84 रुपये और पोस्टेज पर 5 रुपये का खर्च आया। लिहाजा, टमाटर को मंडी में अंतिम तौर पर बेचने पर कुल 2,441 रुपये का खर्च आया। योगेंद्र के हिसाब से किसान ने 7.4 क्विंटल टमाटर 2,442 रुपये में बेचा था। इस लिहाज से कुल आय को कुल खर्च में घटाने एक रुपया ही प्राप्त होता है। लेकिन, योगेंद्र की चूक को सुधारते हुए यदि हिसाब लगाया जाए तो किसान को इतनी मात्रा में टमाटर बेचने पर 2,196.8 रुपये का नुकसान होगा। इसको लेकर योगेंद्र यादव की ट्विटर पर भी लोगों ने सवाल पूछने शुरू कर दिए।