पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने बुधवार को कहा कि जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘‘माफ’’ नहीं करना चाहिए और 2019 के लोकसभा चुनावों में उनकी सरकार को ‘‘उखाड़ फेंकना’’ चाहिए। उन्होंने यहां से 300 किलोमीटर दूर जूनागढ जिले (गुजरात) के वनथाली में किसानों की सभा को संबोधित करते हुए यह कहा।  सिन्हा ने कहा, ‘‘यह सरकार सभी मोर्चों पर नाकाम रही है। हर कोई परेशान है, चाहे वह किसान हो, युवा हों, महिलाएं हों या दलित हों। केवल नए नारे दिए जा रहे हैं। एकमात्र समाधान अगले (लोकसभा) चुनावों में इस सरकार को उखाड़ फेंकना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं माफी मांगना चाहता हूं क्योंकि मैं 2014 के आम चुनावों से पहले उस समय भाजपा का हिस्सा था, जब दावे किये जा रहे थे। लेकिन मैं नहीं चाहता कि आप अगले चुनावों में उन्हें (मोदी) माफ करें।’’ भाजपा से नाराज चल रहे सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी सभा में मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी निजी फायदे के लिए राजनीति में नहीं आया। यदि मेरी पार्टी कल मुझे बर्खास्त कर देती है तो मैं शिकायत नहीं करूंगा। मैं देश को लोगों को अपनी पार्टी से ज्यादा प्यार करता हूं।’’

पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए सरकार पर देश के सभी संस्थानों को बर्बाद करने का आरोप लगाया था। भाजपा के पूर्व नेता ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा था कि, “सीबीआई के बाद अब आरबीआई की बारी है। सरकार देश के सभी संस्थानों को तबाह करने पर तुली हुई है। अब सही समय है कि लोग इन संस्थानों पर हो रहे सर्जिकल स्ट्राइक के खिलाफ खड़े हों।” यशवंत सिन्हा ने कहा, “अगर वास्तव में सरकार ने आरबीआई को निर्देश जारी किए हैं तो इसके गर्वनर को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।”