Wrestlers Protest: केंद्र सरकार पहलवानों से बातचीत के लिए तैयार हो गई है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से देर रात ट्वीट किया गया कि सरकार पहलवानों से उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। मैंने एक बार फिर पहलवानों को इसके लिए आमंत्रित किया है।” हाल ही में पहलवानों ने गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात के अगले दिन ही साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने नौकरी वापस ज्वाइन कर ली थी।

बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान आंदोलन कर रहे हैं। खेल मंत्री की ओर से कहा गया है कि मैंने पहलवानों को एक बार फिर बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। इससे पहले अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद बजरंग पूनिया ने कहा था कि गृहमंत्री की ओर से इस मुद्दे को जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया गया है। हालांकि साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान का भी इस मामले में बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि हमें गृहमंत्री की ओर से वैसी प्रतिक्रिया नहीं मिली जैसी मिलनी चाहिए थी।

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर पहलवान 18 जनवरी से प्रदशर्न कर रहे हैं। सबसे पहले जनवरी में पहलवानों ने जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके अगले ही दिन 19 जनवरी को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ पहलवानों ने बातचीत की थी। तब उन्होंने पहलवानों को इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बाद 23 अप्रैल से 28 मई तक पहलवानों ने जंतर मंतर पर धरना दिया। 28 मई को नई संसद के उद्घाटन के मौके पर संसद मार्च निकाल रहे पहलवानों को धरना स्थल से हटा दिया गया। पहलवानों का साफ कहना है कि कुश्ती संघ का अध्यक्ष किसी महिला को बयाना जाए। इसके अलावा बृजभूषण के परिवार को कोई भी सदस्य संघ में शामिल ना हो।

बृजभूषण के खिलाफ दर्ज हैं 2 FIR

बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें से एक POCSO एक्ट के तहत दर्ज की गई है। पहली एफआईआर 6 महिला पहलवानों की ओर से दर्ज कराई गई है। इसे आईपीसी की धारा 354, 354ए, 354डी और 34 के तहत दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी एफआईआर नाबालिग पहलवान की ओर से दर्ज कराई गई है।