नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 119वीं वर्षगांठ पर शनिवार को यहां भगवान शिव के धाम पहाड़ी मंदिर पर देश का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने रांची शहर के मध्य में स्थित पहाड़ी मंदिर पर 293 फीट ऊंचे फ्लैग पोल पर शनिवार को देश का अब तक का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया। कार्यक्रम के लिए नयी दिल्ली से यहां पहुंचे रक्षा मंत्री ने रिमोट कंट्रोल से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से इसका स्वागत किया।
रक्षामंत्री ने कहा कि देश के इस सबसे बड़े 66 फीट ऊंचे और 99 फीट लंबे तिरंगे झंडे को फहराकर वह गौरवान्वित हैं और उन्हें आज गणतंत्र दिवस जैसा उल्लास प्रतीत हो रहा है। झंडे को फहराने के लिए जमीन से 493 फुट ऊपर पहाड़ की चोटी पर 293 फुट ऊंचा फ्लैग पोस्ट बनाया गया है। इस प्रकार जमीन से कुल 786 फीट की ऊंचाई पर फहराया गया यह तिरंगा देश का सबसे ऊंचाई पर स्थित तिरंगा है।
देश के इस विशालतम ध्वज को फहराने के कार्यक्रम में पचास से अधिक विद्यालयों के हजारों छात्रों और बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देश के सबसे बड़े तिरंगे की स्थापना से आज राज्य ने पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनायी है। उन्होंने कहा कि झारखंड में एक वर्ष पूर्व बहुमत की सरकार बनने के बाद से जिस तेजी से विकास की ओर कदम बढ़ाया है उसकी सभी सराहना कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आज रक्षामंत्री ने झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी जहां 2016-17 की जून-जुलाई से ही 300 से पांच सौ छात्रों की शिक्षा प्रारंभ कर दी जायेगी। अगले दो वर्षों के भीतर इसके भवन का निर्माण रांची के निकट 25 एकड़ भूभाग पर पूरा कर लिया जायेगा। रक्षामंत्री पर्रिकर ने राज्य सरकार को विश्वविद्यालय की स्थापना में हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।