Amit Shah Lajpat Nagar BJP: देश के गृह मंत्री अमित शाह रविवार (5 जनवरी) को नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के बारे में समझाने और इसके समर्थन में दिल्ली के लाजपत नगर डोर टू डोर कैंपन करने पहुंचे थे। यहां दो महिलाओं ने अमित शाह का विरोध करते हुए घर की बालकनी से ‘पोस्टर’ दिखा विरोध जताया था। विरोध जताने वाली दो महिलाओं में से एक पेशे से वकील 27 वर्षीय सूर्या रजप्पन ने कहा, “गृह मंत्री को सीधे सुनाने का हमारे पास यह एकमात्र मौका था। यदि उस वक्त मैं ऐसा नहीं करती तो यह मेरी सबसे बड़ी गलती होती। मुझे पूरी जिंदगी इसका अफसोस होता।”

महिलाओं ने सीएए के खिलाफ विरोध जताते हुए घर की बेडशीट पर कलर स्प्रे कर उसे बालकनी से नीचे लटका दिया था। इसके बाद कथित तौर पर भीड़ ने उस बैनर को फाड़ दिया और दोनों को धमकी दी। काफी देर तक उसके घर का दरवाजा पिटते रहे। मकान मालिक ने कथित तौर पर घर खाली करने की धमकी दी।

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, रजप्पन ने कहा, “गृह मंत्री ने हमारी और नहीं देखा लेकिन मुझे यकीन है कि उन्हें हमारे विरोध का पता चल गया होगा।” रजप्पन हाईकोर्ट की वकील हैं और बौद्धिक संपदा अधिकार से जुड़े मामलों की वकालत करती हैं। उनका परिवार शहर के दूसरे हिस्से में रहता है और दो महीने पहले वे अपनी दोस्त के साथ लाजपत नगर के इस फ्लैट में शिफ्ट हुईं थीं।

मूल रूप से केरल की रहने वाली रजप्पन कहती हैं, “हम नागरिकता अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा रहे हैं। हमने अधिनियम को पढ़ा है और जानते हैं कि यह देश के लिए अच्छा नहीं है।” शनिवार की शाम उन्हें पता चला कि अमित शाह सीएए के बारे में समझाने के लिए आर रहे हैं। इसके बाद दोनों ने विरोध जताने का फैसला लिया। इसके बाद उन्होंने बेडशीट पर shame, Jai Hind, Azaadi, #NotInMyName, CAA और NRC लिखा।

रजप्पन कहती हैं, “हमने शाह या सरकार के खिलाफ कोई अपमानजनक या व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं लिखे।” जब अमित शाह गलियों से गुजर रहे थे तो दोनों महिलाओं ने बैनर दिखाते हुए नागरिकता अधिनियम के खिलाफ नारे लगाए। वे कहती हैं, “नारे लगाने से गलियों से गुजर रहे लोगों का ध्यान हमारी ओर आकर्षित हुआ। वे लोग हमें गालियां देने लगे और चिल्लाने लगें कि ये मीडिया में बनने के लिए ऐसा कर रही हैं।” रजप्पन ने यह भी कहा कि उनका मकान मालिक भी भीड़ का हिस्सा था और तुरंत घर खाली करने को कहा।