S Jaishankar News: संसद के शीतकालीन सत्र का आज सातवां दिन है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में भारत-चीन संबंधों पर खुलकर बात की। एस जयशंकर ने कहा कि भारत-चीन संबंधों में हाल के दिनों में कुछ सुधार देखने को मिले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की अगली पहल तनाव कम करना जारी रखना होगी। विदेश मंत्री ने लोकसभा में कहा, ‘सदन को पता है कि 2020 से चीन के साथ हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘चीन की कार्रवाई की वजह से गलवान घाटी में झड़पें हुईं।’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में कहा, ‘सदन को जून 2020 में गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प के बारे में पता है। इसके बाद के महीनों में हम ऐसे हालातों का सामना कर रहे थे जिनमें ना केवल 45 सालों में पहली बार मौतें हुईं थी, बल्कि हमें एलएएसी के करीब भारी हथियारों की तैनाती करनी पड़ी।
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दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हुआ- एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हाल ही में हुए घटनाक्रमों पर गौर करें तो पता चलता है कि तब से लेकर अब तक हमारे बीच कूटनीतिक संबंध लगातार बने हुए हैं। इन संबंधों में कुछ सुधार भी हुआ है। सदन को इस बारे में पता है कि 1962 के संघर्ष और उससे पहले की घटनाओं के बाद चीन ने अक्साई चिन में भारतीय क्षेत्र के 38,000 वर्ग किलोमीटर पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसके अलावा पाकिस्तान ने 1963 में अवैध रूप से 5,180 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र चीन को सौंप दिया, जो 1948 से उसके कब्जे में है। भारत और चीन ने बॉर्डर के मुद्दे को सुलझाने के लिए कई दशकों तक बातचीत की है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच आम सहमति नहीं है।
मैंने चीनी विदेश मंत्री से बात की- एस जयशंकर
एस जयशंकर ने कहा कि शांति की कोशिशें लगातार जारी हैं। सीमा पर शांति रहेगी तब ही रिश्तों में सुधार हो पाएगा। कमांडर स्तर तक की बातचीत हुई है। इतना ही नहीं उन्होंने क हाँ कि मैंने चीन के विदेश मंत्री से लगातार बातचीत की है। रक्षा मंत्री ने भी चीनी रक्षा मंत्री से बात की है। आसियान के सम्मेलन में दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की मुलाकात भी हुई। तनाव वाले इलाकों में डिसइंगेजमेंट पर हमारा फोकस है। विदेश मंत्री ने बीआरओ की तरफ से बनवाए गए रोड और टनल का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा हमारे लिए पहले है। भारत-चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट, वीजा प्रतिबंधों में ढील…, संबंधों को सुधारने की कोशिश में जुटे दोनों देश पढ़ें पूरी खबर