Vande Bharat Sleeper Trains: भारतीय रेलवे की प्लानिंग है कि वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर कोर्च वाली सुपरफास्ट ट्रेन दिल्ली से कटरा के बीच चलाई जाए लेकिन दावे ये किए गए कि ट्रेन कोच के डिजाइन को लेकर कन्फ्यूज के चलते प्रोडक्शन लेट हो रहा है। इसको लेकर अब रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने सफाई दी है।
दरअसल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अब उन मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया है, जिनमें यह दावा किया गया था कि वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के डिजाइन को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है, इसके चलते कोच के प्रोडक्शन का काम धीमा हो गया है।
रेलमंत्री ने वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर कोच पर दिया बड़ा बयान
वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर कोच को लेकर किए गए दावों पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इन ट्रेनों के निर्माण के लिए जिस रूसी कंपनी को चुना गया, उसके लिए डिजाइन कभी कोई मुद्दा नहीं था। रेलमंत्री द्वारा सुनवाई की वजह मीडिया के एक वर्ग की रिपोर्ट मानी जा रही है।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कंपनी के पास छह या आठ कोच से ज़्यादा की ट्रेन बनाने का अनुभव नहीं है। हमने उन्हें साफ़-साफ़ बता दिया था कि हम उन्हें वंदे भारत का डिज़ाइन देंगे। उन्हें ज़्यादा निर्माण टीमों की ज़रूरत है।
24 कोच तक के होंगे ट्रेन सेट
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे, तो उसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि उन्हें 16/20/24 कोच वाली ट्रेन सेट बनानी है।
वंदे भारत कैंसिल करने पर कितना पैसा रिफंड मिलेगा?
रेल मंत्री के अनुसार कंपनी को स्पष्ट रूप से बताया गया था कि भारत की आबादी अधिक है, इसलिए कुछ मार्गों पर 24 कोच की आवश्यकता है, जबकि अन्य मार्गों पर 16 कोच की आवश्यकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में हुए थे डिजाइन को लेकर दावे
कुछ मीडिया एजेंसीज ने रूसी कंपनी ट्रांसमाशहोल्डिंग (TMH) के अधिकारियों के हवाले से खबर दी थी कि भारतीय रेलवे ने ट्रेन में शौचालय और पेंट्री कार की मांग की है, जिसके लिए ट्रेन के डिजाइन में बदलाव करना जरूरी हो गया है।
वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी से सहमे यात्री
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कंपनी ने डिजाइन में बदलाव के संबंध में रेल मंत्रालय की चिंताओं को दूर किया और मंजूरी के लिए इसे मंत्रालय के पास भेजा, हालांकि मंत्रालय ने इस पर अपनी सहमति नहीं दी।
रूसी कंपनी को बनाने हैं वंदे भारत एक्सप्रेस की स्लीपर ट्रेन के 1920 कोच
कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, रूसी कंपनी को देश की सबसे प्रीमियम हाई स्पीड ट्रेन के स्लीपर वर्जन के लिए 1,920 स्लीपर कोच बनाने हैं और रेलवे की योजना है कि जनवरी में जम्मू-कटरा रूट पर वैष्णो देवी के भक्तों के लिए इस ट्रेन का संचालन शुरू किया जाए।