देश के कई हिस्सों में बारिश है, खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर में दो दिन से लगातार बरसात हो रही है। कई हिस्सों में बहुत ज़्यादा तो कई हिस्सों में रिमझिम, क्यों मानसून के जाने के समय बादल इतना बरस रहे हैं? इसके कारणों पर आप इस आर्टिकल में जानकारी हासिल कर सकेंगे। पहले यह जान लीजिए कि कहां कितनी बारिश है? सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कई तस्वीरों में दिल्ली के ITO, संगम विहार इलाके और कालकाजी समेत अन्य इलाकों में सड़कों पर पानी भरा हुआ दिख रहा है। कई इलाकों में तो पानी इतना भर गया है कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को एडवाइजरी जारी करनी पड़ गई है कि आप किस इलाके से अपने वाहन को निकालें और किस इलाके में जाने से बचें।

क्यों बादल इतना बरस रहे?

मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश का अनुमान जताते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। IMD की ओर से जारी बुलेटिन में लिखा गया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी हो सकती है। हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भो भारी बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। हरियाणा को छोड़कर उत्तर-पश्चिम भारत में अलग-अलग स्थानों पर मौसम का मिजाज बदल सकता है और बारिश हो सकती है।

ऐसा माना जा रहा है कि सितंबर के महीने में हो रही इतनी बारिश उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर जारी ‘डिप्रेशन’ के रहते भी हो सकती है। इसका असर दिल्ली पर है, हालांकि आज शाम तक यह दबाव कमजोर हो सकता है। मौसम से जुड़े मामलों में डिप्रेशन शब्द का यूज ऐसे मौसम के लिए होता है जो किन्ही अनजान वजहों से प्रभावित हो रहा हो।

वियतनाम में जारी यागी तूफान ने भारी तबाही मचाई है, इस तूफ़ान की वजह से अब तक 150 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। माना जा रहा है कि इस तूफान का असर दिल्ली तक हुआ है, लेकिन यह जानकारी स्पष्ट नहीं है और महज़ एक अंदाज़ा है। राजस्थान के कई इलाकों में भी काफी बारिश है और कई बांध भर चुके हैं। सरकार ने लोगों को सावधान रहने के लिए अलर्ट भी जारी किया है। आम लोगों ने से नदी नालों के करीब नहीं जाने की अपील की जा रही है।