पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज (सोमवार) को संदेशखाली का दौरा करेंगी। इस साल टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपों के बाद पहली बार वह संदेशखाली जा रही हैं। उन्होंने पिछले सप्ताह मीडिया से कहा था कि उनके दौरे का मकसद सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना और उनकी चिंताओं का समाधान करना है।

सीएम ममता बनर्जी ने जानकारी देते हुए कहा था, “यह एक सरकारी कार्यक्रम होगा। हमने ‘लक्ष्मी भंडार’, ‘बांग्लार बारी’ और अन्य योजनाओं के तहत कई लंबित कार्यक्रम पूरे कर लिए हैं। क्षेत्र के लगभग 20,000 लाभार्थियों को राज्य सरकार की कई योजनाओं का लाभ मिलेगा।”

‘मैंने कहा था, मैं संदेशखाली जाऊंगी’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह इस साल आम चुनावों से पहले की गई प्रतिबद्धता के तहत संदेशखली का दौरा कर रही हैं। उन्होंने कहा, “चुनाव से पहले लोगों ने मुझसे पूछा था कि क्या मैं संदेशखली जाऊंगी। मैंने उनसे कहा कि मैं बाद में जाऊंगी।”

बीजेपी ने भी बनाया प्लान

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी क्षेत्र में जवाबी कार्यक्रम की घोषणा की है। उनका कार्यक्रम ममता के दौरे के बाद होगा। वह क्षेत्र के लिए भाजपा के दृष्टिकोण को उजागर करने के लिए ‘जन संजोग यात्रा’ निकालेंगे।

टीएमसी संदेशखली में भूमि हड़पने और यौन उत्पीड़न के विवाद से घिरी हुई थी, जो राज्य में भाजपा और टीएमसी के बीच टकराव का मुद्दा बन गया था। जनवरी में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों को करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की जांच के दौरान संदेशखली में टीएमसी के कद्दावर नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने के दौरान हमला किया गया था और वाहन को नुकसान पहुंचाया गया था।

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छापेमारी के बाद इलाके की कई महिलाओं ने शाहजहां और उसके साथियों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इन आरोपों के बाद विपक्ष ने शाहजहां की तत्काल गिरफ्तारी की मांग तेज कर दी थी। भाजपा, माकपा और कांग्रेस ने तृणमूल प्रशासन पर उसे बचाने का आरोप लगाया था। यहां पढ़ें