Sudershan Reddy: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी इस वक्त चुनाव प्रचार अभियान पर है। इसी क्रम में वो शनिवार को झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे। यहां उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह सभी लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों से अपील कर रहे हैं कि वे दलगत भावना से ऊपर उठकर, योग्यता के आधार पर उनका समर्थन करें। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी के शीर्ष नेता उन्हें समय देंगे तो वह उनसे भी वोट मांगने जाने के लिए तैयार हैं।
सुप्रीम कोर्ट जस्टिस सुदर्शन रेड्डी ने इस बात पर भी जोर दिया कि वह चाहते हैं कि चुनाव हाल के वर्षों में भारत में हुए सबसे शालीन और निष्पक्ष चुनाव में से एक हो। झारखंड की राजधानी रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर भी सवाल उठाए। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ने कहा की बहुमत होने से किसी को अपनी मनमर्जी करने का अधिकार नहीं मिल जाता।
जस्टिस रेड्डी ने कहा कि मैंने राज्यसभा और लोकसभा के सभी सदस्यों को योग्यता के आधार पर मेरी उम्मीदवारी पर विचार करने के लिए पत्र भेजे हैं। मैं सभी सदस्यों को पत्र लिख रहा हूं। अगर भाजपा के शीर्ष नेता अनुमति देते हैं तो मैं उनसे मिलकर समर्थन मांगने को तैयार हूं।
सुदर्शन रेड्डी ने इस दौरान केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रताड़ित किया गया और उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई गई। बता दें, उपराष्ट्रपति पद को लेकर चुनाव 9 सितंबर को होगा।
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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार जहां सीपी राकृष्णनन हैं तो वहीं , इंडिया अलायंस के उम्मीवार सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी हैं। इस मुकाबले को ‘दक्षिण बनाम दक्षिण’ की लड़ाई कहा जा रहा है, क्योंकि दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से आते हैं।
बता दें, सीपी राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। इससे पहले वो झारखंड के राज्यपाल रह चुके हैं। वो तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जबकि, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के जज रह चुके हैं।