Air India Plane Crash Investigation: अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे को लेकर जारी की गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में दावा किया गया है कि AI-171 के दोनों इंजन में ईंधन पहुंचाने वाले स्विच बंद हो गए थे और इसके बाद पायलटों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, जिसके कुछ ही सेकंड बाद विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन क्यों बंद किया, तो जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा शनिवार को जारी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया कि विमान के ऑपरेटरों के लिए फिलहाल कार्रवाई की कोई सिफारिश नहीं की गई है। रिपोर्ट के अनुसार जब विमान ने उड़ान भरी उस समय सह-पायलट विमान उड़ा रहा था और कप्तान निगरानी कर रहा था।
रिपोर्ट में कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डिंग के हवाले से कहा गया है, “एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन स्विच ऑफ क्यों किया, तो वह जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया।” विमान ने भारतीय समयानुसार, दोपहरर एक बजकर 38 मिनट 39 सेकंड पर उड़ान भरी और एक बजकर 39 मिनट 05 सेकंड पर एक पायलट ने ‘मे डे- मे डे- मे डे’ संदेश दिया।
एअर इंडिया-171 विमान हादसे के प्रमुख घटनाक्रम
- 12 जून को एअर इंडिया का करीब 12 साल पुराना बोइंग 787-8 विमान वीटी-एएनबी, 12 जून को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
- हादसे में जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश (45) ‘11ए’ सीट पर बैठे थे। यह सीट आपातकालीन निकास द्वार के पास की खिड़की वाली सीट थी। वह ब्रिटेन के नागरिक हैं।
- एअर इंडिया की मूल कंपनी टाटा संस ने पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, एअर इंडिया 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा भी दे रही है।
- 13 जून- एएआईबी ने 13 जून को जांच शुरू की और एक बहु-विभागीय टीम गठित की।
- ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (एफडीआर) बरामद किए गए। इनमें से एक 13 जून को दुर्घटनास्थल से और दूसरा 16 जून को मलबे से मिला।
- दुर्घटना के एक दिन बाद, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की सुरक्षा जांच को और बढ़ाने का आदेश दिया। एअर इंडिया ने अपने बोइंग 777 विमान बेड़े की भी सघन जांच का निर्णय लिया।
- एअर इंडिया की मूल कंपनी टाटा संस ने पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, एअर इंडिया 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा भी दे रही है।
- ब्लैक बॉक्स को पूरी सुरक्षा में 24 जून को वायुसेना के विमान द्वारा अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया।
- फ्रंट ब्लैक बॉक्स 24 जून को एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा।
- रियर ब्लैक बॉक्स एक दूसरी एएआईबी टीम द्वारा लाया गया और 24 जून को शाम पांच बजकर 15 मिनट पर एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा।
- ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालने की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई।
- 25 जून को फ्रंट ब्लैक बॉक्स से ‘क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल’ (सीपीएम) सुरक्षित रूप से निकाला गया। ‘मेमोरी मॉड्यूल’ को सफलतापूर्वक एक्सेस कर उसमें मौजूद डेटा को डाउनलोड किया गया।
- UN की संस्था ‘अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन’ (आईसीएओ) के विशेषज्ञ को जांच में पर्यवेक्षक का दर्जा दिया गया है। (इनपुट – भाषा)