महाराष्ट्र की सियासत में बरकरार दांव-पेंच के बीच यह सवाल अभी भी बरकरार है कि पवार पॉलिटिक्स में किसका पावर ज़्यादा है। एक तरफ अजित पवार ने चाचा शरद पवार को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा अपना नाम आगे किया है वहीं शरद पवार ने भतीजे अजित पवार समेत उनके सभी सहयोगियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। शरद पवार का कहना है कि पार्टी उनकी है और इसे कोई नहीं छीन सकता, अब सवाल यह की आखिर इस सवाल का सही जवाब क्या है। जनता इसे लेकर क्या राय रखती है। आइए समझते हैं।
एनसीपी में कौन भारी? अलग-अलग सवालो पर जनता की राय
ABP C वोटर की ओर से किए गए सर्वे में कई सवालों को लेकर जनता से राय मांगी गई है। जनता से पूछा गया कि एनसीपी के इस झगड़े के पीछे शरद पवार का हाथ है तो 49 प्रतिशत लोगों ने नहीं में जवाब दिया, 37 प्रतिशत लोगों ने कहा कि ऐसा ही है और 14 प्रतिशत लोगों ने पता नहीं कहकर जवाब दिया।
जब लोगों से पूछा गया कि क्या शरद पवार एक बार फिर अपने दम पर पार्टी खड़ी कर पाएंगे? तो इसके जवाब में 57 प्रतिशत लोगों ने हां कहा, 37 प्रतिशत लोगों ना कहा और बाकी राय नहीं बना पाए।
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असल सवाल, एनसीपी का प्रमुख कौन?
इस सवाल के जवाब में अजित पवार के मुकाबले चाचा शरद पवार ने बाज़ी मार ली, 66 प्रतिशत लोगों का मानना है कि शरद पवार ही एनसीपी के प्रमुख हैं। जबकि 25 प्रतिशत अजित पवार को मानते हैं।
शरद पवार की मजबूती का अंदाजा उनके ताजा बयान से भी लगाया जा सकता है। शरद पवार ने कहा जोर कहा कि वो अभी बुजुर्ग नहीं हुए हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों को दोहराते हुए कहा, ‘ न टायर्ड हूं, न रिटायर्ड हूं।’ एनसीपी चीफ ने कहा कि वह पार्टी के लिए काम कर रहे हैं और उनके पास कोई मंत्री पद नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मुझे रिटायर होने के लिए कहने वाले वे कौन होते हैं? मैं अभी भी काम कर सकता हूं।’