भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान प्रदेश के नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने राज्यसभा सांसद मदन राठौर पर दांव लगाया है। मदन राठौर को प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का विश्वसनीय माना जाता है। बीते गुरुवार को बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान समेत कई राज्यों के अध्यक्ष और प्रभारियों की नियुक्ति की है।
पिछड़े समाज से आने वाले मदन राठौर बीजेपी आलाकमान ने इस वजह से दांव लगाया है क्योंकि पार्टी इनके सहारे ओबीसी वोर्टर्स को अपने पाले में साधने की कोशिश की है। राजस्थान में ओबीसी वर्ग को निर्णायक माना जाता है। ऐसे में बीजेपी में मदन राठौर पर दांव चला है। वह आने वाले दिनों पार्टी के लिए कितने कारगर साबित होंगे ये तो बाद में पता लगेगा।
राजस्थान के पाली जिले के रहने वाले मदन राठौर पार्टी के करीबी और भरोसे मंद माने जाते हैं। उनका जन्म 2 जुलाई 1954 को हुआ था। वह 2003 में पहली बार पाली जिले की सुमेरपुर विधानसभा से विधायक चुने गए। इसके बाद वह साल 2013 में दूसरी बार विधायक चुने गए। इस दौरान पार्टी ने राठौर को विधानसभा में उप मुख्य सचेतक भी बनाया था।
पहले से है संगठन चलाने का अनुभव
राजस्थान बीजेपी के नए अध्यक्ष मनोनित किए गए मदन राठौर को संगठन चलाने का पुराना अनुभव है। वह चार बार पाली जिले में बीजेपी जिलाध्यक्ष के रूप में संगठन को मजबूत कर चुके हैं। हालांकि पार्टी ने बीते विधानसभा चुनाव में राठौर का टिकट काट दिया है। लेकिन चुनाव बाद उनको राज्यसभा सांसद बना दिया। इसके बाद अब पार्टी ने उन पर एक फिर से संगठन चलाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
राम जन्मभूमि आंदोलन और RSS से है नाता
मदन राठौर अपने शुरुआती दिनों में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए थे। साल 1990 के करीब में शुरू हुए अयोध्या राम जन्मभूमि आंदोलन में राठौर बढ़चढ़ कर भाग ले रहे थे। इसी दौरान यूपी के मथुरा में पुलिस ने राठौर को गिरफ्तार कर लिया। वहीं बीजेपी के लाल चौक तिरंगा फहराने वाले आंदोलन में भी राठौर पार्टी की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। पूर्व बीजेपी अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी और पीएम मोदी के साथ कदम ताल करते हुए कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया था।