Odisha New Deputy CM: आज भुवनेश्वर में हुई भाजपा विधायकों की बैठक में कनक वर्धन सिंह देव को नया उपमुख्यमंत्री चुना गया है। उनके साथ ही प्रवती परिदा भी नई ओडिशा सरकार की उपमुख्यमंत्री होंगी। इसके अलावा, मोहन चरण मांझी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। वह प्रदेश के नए सीएम होंगे। ऐसे में जानते हैं कि कनक वर्धन सिंह देव कौन हैं।
भारतीय जनता पार्टी के नेता कनक वर्धन सिंह देव ने पटनागढ़ विधानसभा सीट से करीब 1,357 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। देव ने चुनावी लड़ाई में बीजू जनता दल के सरोज कुमार मेहर को हराया। कनक वर्धन भी ओडिशा के मुख्यमंत्री की दौड़ में प्रमुख दावेदारों में से एक थे। हालांकि, मोहन मांझी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
कौन है केवी सिंह देव
कनक वर्धन सिंह देव ओडिशा के एक प्रमुख राजनेता उड़ीसा के बोलांगीर के शाही परिवार सिंहदेव के सदस्य हैं। उनके पिता राज सिंह देव हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने 1995 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा। केवी सिंह देव ने बोलांगीर जिले के पटनागढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और वे विधानसभा के लिए चुने गए। तब से वे बार-बार 12 वीं, 13 वीं, 14 वीं और 15 वीं ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए।
कनक वर्धन सिंह देव ने नवीन पटनायक बीजद सरकार के उम्मीदवार के रुप में 2000 और 2004 में दो बार कैबिनेट मंत्री के रूप में भी काम किया है। वे नवीन पटनायक के तहत ओडिशा सरकार में शहरी विकास और सार्वजनिक उद्यम के कैबिनेट का जिम्मा संभाल रहे थे। अपने राजनीतिक जीवन के अलावा, वे एक किसान भी हैं और समाज सेवा में लगे हुए हैं। संगीत, बास्केट बॉल और क्रिकेट में उनकी खास रूचि है। उनकी पत्नी संगीता कुमारी सिंह देव ओडिशा के बोलंगीर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली तीन बार सांसद हैं।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद काफी चर्चा थी कि बीजेपी ओडिशा मुख्यमंत्री को लेकर धर्मेंद्र प्रधान के नाम पर विचार कर सकती है। लेकिन संबलपुर सीट से सांसद धर्मेंद्र प्रधान मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में मंत्री बन गए हैं। उन्हें शिक्षा मंत्री का जिम्मा दिया गया है।
पार्टी | सीटें |
बीजेपी | 78 |
बीजेडी | 51 |
कांग्रेस | 14 |
सीपीआई (एम) | 1 |
निर्दलीय | 3 |