महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार का IPS अफसर अंजना कृष्णा को फटकार लगाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद से ही अंजना कृष्णा जबरदस्त चर्चा में आ गई हैं। बताना होगा कि फोन कॉल के दौरान अंजना कृष्णा और अजित पवार के बीच तीखी बहस हुई।

वायरल क्लिप में अजित पवार को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं उपमुख्यमंत्री हूं और आपसे बात कर रहा हूं… मैं आपको कार्रवाई रोकने का आदेश देता हूं… जाइए और अपने डॉ. श्रीधर (सीनियर अफसर) से कहिए कि उपमुख्यमंत्री ने कार्रवाई रोकने का आदेश दिया है।”

‘अपना नंबर दो, मैं तुम्हें वीडियो कॉल करूंगा’

अंजना कृष्णा कहती हैं कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्या उप मुख्यमंत्री उनसे बात कर रहे हैं। फिर पवार पूछते हैं कि क्या वह उनका चेहरा पहचानती हैं? इसके जवाब में जब अंजना कृष्णा ने अजित पवार से उनके मोबाइल पर कॉल करने को कहा तो पवार भड़क गए। उन्होंने कहा, “एक मिनट, एक मिनट मैं तेरे ऊपर एक्शन लूंगा।”

कौन हैं अंजना कृष्णा?

अंजना कृष्णा 2022 बैच की IPS अफसर हैं। उन्हें ट्रेनी अफसर के रूप में सोलापुर जिले के करमाला तालुका में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के पद पर नियुक्त किया गया है। अंजना कृष्णा मूल रूप से केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं। अंजना ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 355वीं रैंक हासिल की थी।

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साधारण परिवार से आती हैं अंजना कृष्णा

अंजना कृष्णा बेहद साधारण परिवार से आती हैं। उनके पिता कपड़ों का व्यवसाय करते हैं और उनकी मां स्थानीय अदालत में टाइपिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने तिरुवनंतपुरम के पूजाप्पुरा उपनगर स्थित सेंट मैरी सेंट्रल स्कूल से पढ़ाई की और फिर एनएसएस कॉलेज, नेरामंकरा से गणित में B.Sc. किया। उनका सपना सिविल सेवा में आने का था और इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की।

अजित पवार ने जारी किया बयान

मामले के तूल पकड़ने के बाद अजित पवार ने X पर बयान जारी किया है। पवार ने कहा, “सोलापुर में पुलिस अधिकारियों के साथ मेरी बातचीत से संबंधित कुछ वीडियो प्रसारित हो रहे हैं। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मेरा उद्देश्य कानून के काम में दखल देना नहीं था बल्कि यह सुनिश्चित करना था कि जमीनी स्तर पर स्थिति शांत रहे और आगे न बिगड़े। मैं अपने पुलिस बल और उसके अधिकारियों, जिनमें महिला अधिकारी भी शामिल हैं, का बहुत सम्मान करता हूं और कानून के शासन को सर्वोपरि मानता हूं।”

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