पूर्व भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी कृष्ण मोहन को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का नया सदस्य नियुक्त किया गया है। यह निर्णय मंगलवार को ट्रस्ट की बैठक में लिया गया। 73 वर्षीय कृष्ण मोहन आरएसएस पदाधिकारी भी हैं। हरदोई जिले के रहने वाले मोहन पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए आरएसएस के क्षेत्र संघ चालक (क्षेत्र प्रभारी) हैं।

कृष्ण मोहन, कामेश्वर चौपाल का स्थान लेंगे जिनका इस साल की शुरुआत में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। कामेश्वर बिहार के अनुसूचित जाति समुदाय से आते थे। वहीं कृष्ण मोहन भी अनुसूचित जाति से हैं। वह लखनऊ विश्वविद्यालय से भूविज्ञान में एमएससी करने के बाद भारतीय वन सेवा के महाराष्ट्र कैडर में शामिल हुए। मोहन ने 1978 में भारतीय वन सेवा में शामिल होने से पहले कुछ वर्षों तक परमाणु ऊर्जा विभाग में वैज्ञानिक के रूप में भी काम किया। उन्होंने महाराष्ट्र वन विभाग में विभिन्न पदों पर कार्य किया और 2012 में अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक के रूप में सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने आरएसएस में विभिन्न पदों पर काम किया है जिसमें ‘नगर संघ चालक’, ‘जिला संघ चालक’ और अवध प्रांत के लिए ‘प्रांत संघ चालक’ शामिल हैं।

2012 में सेवा निवृत्त होने के बाद कृष्ण मोहन सामाजिक कार्यों से जुड़े और समाज के उत्थान में सक्रिय हो गए। अयोध्या में हुई ट्रस्ट की बैठक में महासचिव चंपत राय ने घोषणा करते हुए कहा कि फरवरी 2025 में हमारे ट्रस्ट के सक्रिय सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया था। उनकी जगह पर उन्हीं के समाज से एक योग्य व्यक्ति को शामिल करने का निर्णय लिया गया। सभी के सामूहिक परामर्श के आधार पर आज यह फैसला लिया गया है कि हरदोई निवासी कृष्ण मोहन को ट्रस्ट में शामिल किया जाएगा।

पढ़ें- RSS से पुराना नाता, BJP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष… कौन हैं उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन?

यह सब भगवान राम की इच्छा के कारण- कृष्ण मोहन

कृष्ण मोहन अपनी पत्नी के साथ जनवरी 2024 में राम मंदिर के पहले अभिषेक समारोह में “यजमान” (मेजबान) जोड़ों में से एक थे। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चंपत राय जी से जानकारी मिली कि मुझे ट्रस्टियों में से एक के रूप में नामित किया गया है। यह अप्रत्याशित था। यह सब भगवान राम की इच्छा के कारण है। मैं अपनी नई भूमिका पूरी ईमानदारी से निभाऊँगा।”