बीजेपी सांसद वरुण गांधी पिछले दो साल से केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। ऐसा कोई हफ्ता नहीं बीतता जब वरुण गांधी सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के माध्यम से सरकार पर निशाना न साधे। वहीं अब वरुण गांधी ने ऋषि अग्रवाल और मेहुल चोकसी का नाम लेते हुए 10 लाख करोड़ के ऋण को बट्टे खाते में डालने को लेकर पीएम मोदी के साथ सरकार पर निशाना साधा है। वरुण गांधी ने बिना नाम लिए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे पर भी निशाना साधा है।

वरुण गांधी ने पूछा कि सरकारी खजाने पर पहला हक किसका है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर ‘धन्यवाद’ की आकांक्षा रखता है। वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है। ‘मुफ्त की रेवड़ी’ लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है। सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है?”

बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसी मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “देश के बच्चों को फ़्री शिक्षा देना और हर भारतवासी के लिए फ़्री इलाज का इंतज़ाम करना देशभक्ति है, पुण्य है, धर्म है, राष्ट्रनिर्माण है। अपने दोस्तों पर फ़्री की रेवड़ी उड़ाना माँ भारती के साथ ग़द्दारी है।”

वहीं अरविंद केजरीवाल के ट्वीट पर बीजेपी नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “लोन रिटन ऑफ़ करना माफ़ी नही होता फ़र्ज़ी आईआरएस ऑफिसर। बाक़ी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगने वाला, बटला हाउस एंकाउंटर को फ़र्ज़ी कहने वाला, भारतीय सेना को रेपिसट कहने वालों का स्वागत करने वाला, ग़द्दारी की बात ना ही करे तो अच्छा है।”

बता दें कि राज्यसभा में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के बैंकों ने पिछले 5 सालों में 10 लाख करोड़ रुपये का ऋण बट्टे खाते (loan write off) में डाल दिया। वित्त मंत्री ने बताया कि मार्च 2022 तक शीर्ष 25 लोगों में गीतांजलि जेम्स लिमिटेड इस सूची में सबसे ऊपर है। गीतांजलि जेम्स फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनी है।