लोकसभा चुनाव-2024 का परिणाम सामने आने के बाद अब नई सरकार के गठन की तैयारी है। एनडीए संसदीय दल की बैठक आज होनी है। इस दौरान सबसे बड़ा सवाल मंत्रीमंडल के गठन को लेकर है और इसके ढांचे को लेकर है। सवाल यह है कि इस बार मिली-जुली सरकार में किस पार्टी से कितने मंत्री होंगे और कौन होंगे और कौनसे मंत्रालय किसके पास जाएंगे। सूत्रों के हवाले से जेडीयू और टीडीपी की अपनी-अपनी मांगे हैं लेकिन अभी किसी तरह का फैसला सामने नहीं आया है।
किस दल को कितने मंत्रालय?
माना जा रहा है कि BJP 4:1 फॉर्मूला के तहत आगे बढ़ सकती है। जिसका मतलब है कि गृह, वित्त, रक्षा और विदेश जैसे बड़े मंत्रालय बीजेपी के पास रहेंगे, जबकि उसके सहयोगियों को इन मंत्रालयों में राज्य मंत्री (MoS) का पद दिया जाएगा।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि जेडीयू ने रेलवे, कृषि और वित्त जैसे अहम मंत्रालय मांगे हैं, जबकि टीडीपी ने लोकसभा स्पीकर का पद और दो अतिरिक्त मंत्रालय मांगे हैं। हालांकि, बीजेपी के फॉर्मूले के तहत जेडीयू को तीन कैबिनेट मंत्री और एक या दो राज्य मंत्री पद मिलने की संभावना है, जबकि टीडीपी को दो कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री पद मिल सकता है।
एक फॉर्मूला चार सांसदों के लिए, एक पार्टी को एक कैबिनेट मंत्री मिलेने पर टिका है। इसका मतलब यह है कि अगर टीडीपी के पास 16 सांसद हैं, तो उसे चार कैबिनेट मंत्री मिल सकते हैं, जबकि 12 सांसदों वाली जेडीयू को तीन कैबिनेट मंत्री मिल सकते हैं।
सात सांसदों वाले शिवसेना-शिंदे गुट को दो कैबिनेट मंत्री पद मिल सकते हैं, जबकि पांच सांसदों वाले एलजेपी-रामविलास गुट को एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री पद मिल सकता है।
कौनसे नाम आ सकते हैं सामने?
एनडीए में शामिल शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कुछ अनुभवी सांसदों के नामों पर गौर कर रहे हैं। जिनके नाम वह सामने कर सकते हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि शिंदे अपने सांसद प्रताप राव जाधव का नाम आगे कर सकती है। टीडीपी राममोहन नायडू का नाम पेश कर सकती है। जेडीयू से संजय झा और ललन सिंह मंत्री बन सकते हैं। जबकि लोजपा से चिराग पासवान को मंत्री बनाया जा सकता है।