केंद्र सरकार ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और बीजेपी के तीन बार राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह जानकारी सोशल मीडिया साइट एक्स पर साझा की है। आडवाणी को राम मंदिर आंदोलन के दौरान प्रमुख भूमिका के लिए भी जाना जाता है। उन्हें भारत रत्न दिए जाने के ऐलान पर जमात-ए-इस्लामी की ओर से बयान आया है जिसमें जमात के उपाध्यक्ष मलिक मोहतसिम खान ने कहा कि उन्हें (आडवाणी को) बाबरी मस्जिद गिराने का इनाम मिला है।

क्या बोले जमात के उपाध्यक्ष?

जमात-ए- इस्लामी के उपाध्यक्ष मलिक मोहतसिम खान ने एक प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा,”देश को चलाने वाली सरकार नफरत की सियासत कर रही है, संविधान का हनन कर रही है, लोकतंत्र का हनन कर रही है। सरकार अमन और भाईचारे के लिए काम कर रहे लोगों को इनाम देगी ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती इसलिए बाबरी गिराने वालों को इनाम दिया गया है। सरकार का जो मकसद है उसे ही पूरा करने के लिए यह सब हो रहा है।”

मलिक मोहतसिम खान ने आगे कहा कि देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि सरकार किसके लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा,”सरकार को यह देखना होगा कि क्या वह संविधान को बचाने के लिए काम कर रहे हैं? क्या वह संविधान को बचाने के लिए काम कर रहे हैं?”

पीएम ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट साझा करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की सूचना दी। पीएम ने लिखा,”मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।”