PM Social Media Handle: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अनूठी पहल करते हुए छह प्रेरणादायक महिलाओं को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की कमान सौंपी। यह कदम महिलाओं की असाधारण उपलब्धियों को सामने लाने और उनकी कहानियों को पूरे देश से जोड़ने के लिए उठाया गया। इन छह महिलाओं ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी मेहनत, संघर्ष और लगन से एक नई पहचान बनाई है, जो आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
शोध और विज्ञान में महिलाओं की ताकत
इसरो और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में काम कर रहीं वैज्ञानिक एलिना मिश्रा (Elina Mishra) और शिल्पी सोनी (Shilpi Soni) ने पीएम मोदी का सोशल मीडिया संभालते हुए विज्ञान और नवाचार (Science and Innovative) में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाया। एलिना परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में अपने क्रांतिकारी शोध के लिए पहचानी जाती हैं, वहीं शिल्पी अंतरिक्ष अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। दोनों महिलाओं ने विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को और सशक्त करने का संदेश दिया।
ग्रामीण भारत में महिला उद्यमिता का परचम
फ्रंटियर मार्केट्स की संस्थापक और सीईओ अजयता शाह (Ajaita Shah) ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है। उन्होंने 35,000 से अधिक डिजिटल रूप से सक्षम महिला उद्यमियों को प्रशिक्षण देकर ग्रामीण भारत में आत्मनिर्भरता की एक नई लहर शुरू की। उनकी पहल ने हजारों महिलाओं को सफल उद्यमी बनने का अवसर दिया, जिससे वे न सिर्फ खुद आत्मनिर्भर बनीं, बल्कि अपने परिवारों और समुदायों के आर्थिक विकास में भी योगदान दे रही हैं।
खेल की दुनिया में धमाल
शतरंज में भारत का नाम रोशन करने वाली वैशाली रमेशबाबू (Vaishali Rameshbabu) की कहानी भी कम प्रेरणादायक नहीं है। उन्होंने महज छह साल की उम्र में इस खेल को अपनाया और अपनी कड़ी मेहनत से 2023 में ग्रैंडमास्टर का प्रतिष्ठित खिताब हासिल किया। वैशाली ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि भारतीय महिलाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही अवसर और मंच मिलना चाहिए।
कृषि में क्रांति लाने वाली ‘मशरूम लेडी’
बिहार की अनीता देवी (Anita Devi) को ‘मशरूम लेडी’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 2016 में माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी की स्थापना की और मशरूम की खेती के जरिए सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं को रोजगार से जोड़ा। अनीता ने साबित किया कि खेती सिर्फ पारंपरिक तरीकों तक सीमित नहीं है, बल्कि सही रणनीति से इसे एक सफल व्यवसाय में बदला जा सकता है।
दिव्यांगजनों के लिए खास सुविधाएं विकसित की
समावेशी बुनियादी ढांचे के लिए काम कर रही डॉ. अंजली अग्रवाल (Dr. Anjlee Agarwal) का योगदान भी कम नहीं है। उन्होंने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए बाधा रहित सुविधाओं की वकालत करते हुए स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया है। उनके प्रयासों से कई जगहों पर दिव्यांगजनों के लिए खास सुविधाएं विकसित की गई हैं, जिससे वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
प्रधानमंत्री मोदी ने इन महिलाओं के योगदान को सराहते हुए कहा कि ये सभी ‘विकसित भारत’ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “इन महिलाओं की सफलता हमें नारी शक्ति की असीम क्षमता की याद दिलाती है। आज और हर दिन, हम उनके योगदान का जश्न मनाते हैं।”