तीनों कृषि कानूनों पर बीजेपी नेता संबित पात्रा और किसान नेता राकेश टिकैत के बीच तीखी बहस हुई तो संबित पात्रा कानून लेकर चैलेंज देने लगे। उन्होंने टिकैत से कहा कि कानून के पन्ने खोल दिखाओ कि कहां लिखा है ये करार जमीन के साथ हो सकता है।
आज तक बहस के दौरान राकेश टिकैत ने पलटवार कर कहा कि अगर कानून सही हैं तो सरकार क्या संसोधन करने की बात कर रही है। टिकैत का कहना था कि उन्हें लग रहा है कि नेता मुक्ति अभियान चलाना पड़ेगा। बीजेपी के लोग लगातार किसानों के साथ छलावा कर रहे हैं। जब किसानों को ये कानून चाहिए ही नहीं तो मोदी सरकार इनकी वापसी क्यों नहीं कर रही है।
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने टिकैत पर तीखा वार करते हुए कहा कि आप पहले कहते थे कि प्राइवेट प्लेयर किसानों की जमीन हड़प लेंगे। आप पकड़ में आ गए हो तो वो बात कहते ही नहीं हो। संबित ने पूछा कि कानून के पन्ने खोल दिखाओ कि कहां लिखा है ये करार जमीन के साथ हो सकता है। उनका कहना था कि टिकैत पहले ये भी कह रहे थे कि नए कानूनों के लागू होने पर मंडी बंद हो जाएंगी।
संबित ने कहा कि किसान नेता लोगों को बेवजह बरगला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब ये बिजली महंगी होने की बात कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बगल में कौन है, योगेंद्र यादव को बुलाओ। वो कानून पढ़कर बताएंगे कि कौन से क्लाज में लिखा है कि इन कानूनों से किसानों की जमीन खत्म हो जाएगी।
टिकैत ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए संबित को बीजेपी के घोषणापत्र की याद दिलाई। उनका कहना था कि बीजेपी सरकार किसानों के साथ षडयंत्र कर रही है। किसानों की एक ही मांग है कि तीनों कानूनों की वापसी हर हाल में हो। उनका कहना था कि कानून लागू होने से पहले ही अडानी के गोदाम बन गए। ये क्या सरकार ने किसानों के साथ साजिश नहीं की।
डिबेट के दौरान संबित पात्रा के साथ टिकैत की जोरदार बहस हुई तो बीजेपी नेता एंकर अंजना ओम कश्यप से दखल की मांग करने लगे। संबित लगातार उनसे अपने सवालों का जवाब मांग रहे थे।