एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी अपनी सादगी पूर्ण जिंदगी के लिए भी जाने जाते हैं। सिमी ग्रेवाल के शो Rendezvous with Simi Garewal में एक बार नीता अंबानी ने बताया था कि मुकेश अंबानी ने एक बार अपने बेटे आकाश को वॉचमैन को डांटते हुए देख लिया था। जब आकाश वापस घर आया तो मुकेश ने उसे उसके व्यवहार के लिए खूब डांटा। इतना ही नहीं उन्होंने आकाश से कहा कि अभी तुरंत जाओ और उन्हें सॉरी बोलकर आओ।
इसी कार्यक्रम में मुकेश अंबानी ने कहा था कि उनके पिता धीरूभाई अंबानी भी अनुशासन को लेकर काफी सख्त थे। एक वाकये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बचपन में मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी बेहद ही शरारती हुआ करते थे। “एक शाम हमारे घर में कुछ मेहमान आए, उस समय मेरी उम्र लगभग 10-11 साल थी, वहीं, अनिल 9 साल के थे। हम दोनों ने शरारत की। जैसे हर बच्चे करते हैं।
मेरी मां मेहमानों के लिए खाना लेकर आई, लेकिन इससे पहले की मेहमान कुछ खा पाते, हम दोनों भाइयों ने सारा खाना खत्म कर दिया। जिसके बाद मेरे पिता ने हमें विनम्रतापूर्वक समझाते हुए कहा कि ठीक है, अब चुपचाप बैठ जाओ।”
मुकेश अंबानी ने आगे बताया कि लेकिन हम दोनों अपनी ही अलग दुनिया में थे। हम मेहमानों के सामने एक सोफे से दूसरे सोफे पर कूद रहे थे। हम दोनों खूब बदमाशी कर रहे थे। अगली सुबह पापा बहुत ही गुस्से में थे। उन्होंने हम दोनों को बुलाया और कहा कि मुकेश और अनिल, तुम दोनों यहां से बाहर जाओ। आज से तुम दोनों अगले दो दिनों के लिए गैरेज में रहोगे, जब तक कि तुम लोग व्यवहार करना ना सीख जाओ। जब तक तुम दोनों को पछतावा नहीं होगा, तुम्हें बाहर नहीं निकाला जाएगा।
मुकेश अंबानी कहते हैं, “पिताजी की सजा सुन मेरी मां ने गुहार लगाई कि दोनों छोटे बच्चे हैं, इन्हें छोड़ दीजिए। हालांकि, उन्होंने किसी की एक ना सुनी। हम दोनों को दो दिनों के लिए गैरेज में बंद कर दिया गया और केवल रोटी और पानी दिया गया। इससे हमें अहसास हुआ और इस दौरान हम दोनों भाइयों के बीच प्यार भी बढ़ा।”