केंद्र की बीजेपी सरकार को अर्थव्यवस्था और विदेश नीति के मुद्दे पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी लगातार निशाने पर लेते रहते हैं। पिछले कई महीनों से सुब्रमण्यम स्वामी लगातार सरकार की नीतियों के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं। स्वामी ट्विटर पर ऐसी बातें लिखते हैं जो बीजेपी नेताओं को रास नहीं आ आती है। अब सुब्रमण्यम स्वामी ने यूक्रेन से रेस्क्यू किए गए भारतीय छात्रों को लेकर एक सवाल किया है।

दरअसल जब यूक्रेन और रशिया का युद्ध शुरू हुआ, उस समय ऑपरेशन गंगा के तहत 20,000 से अधिक भारतीय छात्रों को रेस्क्यू कर भारत लाया गया था। स्वामी ने ट्वीट कर पूछा, “यूक्रेन के भारतीय छात्र अब भारत में ‘शरणार्थी’ हैं। भारत सरकार उनके लिए क्या कर रही है? हरदीप पुरी उन्हें निकालने के लिए पोलैंड के चक्कर काट रहे थे और अब वह उपलब्ध नहीं हैं। साउथ ब्लॉक में टिनपॉट देवताओं को प्रसन्न करने में व्यस्त हैं?”

सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट पर सोशल मीडिया पर भी चर्चाएं शुरू हो गई और लोग तरह तरह के कमेंट करने लगे। श्रीनिवास नाम के ट्विटर यूजर ने स्वामी पर तंज कसते हुए लिखा, “ऐसा लगता है कि आप अकेले ऐसे व्यक्ति हैं जो स्वतंत्र हैं। आजकल आप छोटे हैंडल और कमजोर प्रश्नों का भी उत्तर देते हैं। राजनीति से संन्यास की शुभकामनाएं सर।”

राजनंदिनी शर्मा नाम की ट्विटर यूजर ने सुब्रह्मण्यम स्वामी के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा, “सर इन सब में हमारी क्या गलती है? युद्ध और किसी का हो रहा है और बीच में हम पिस रहे हैं। क्या अपने सपनों को पूरा करने के लिए कहीं जाना, कुछ करना गलत है? हम सब नीट क्वालीफाई हैं लेकिन हमारे पास प्राइवेट कॉलेज में देने के लिए पैसे नहीं है। तो क्या हम सपने ना देखें? कृपया हमारी मदद करें।

सत्यम ठाकुर नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “हर किसी को समझदारी से सोचने की जरूरत है, क्योंकि युद्ध एक अन्य प्रकार की परिस्थिति है जिसकी हम भविष्यवाणी नहीं कर सकते। इस स्थिति में भारत सरकार को सोचने और हमें कोई सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है। युद्ध से पहले हम यहां सीट पाने की मांग नहीं कर सकते हैं। हम जानते हैं कि हम प्राइवेट में करोड़ों की फीस भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं।”