Nimisha Priya Case: यमन में मौत की सजा का सामना कर रहीं भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को जरूरी जानकारी साझा की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार यमन में मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत सरकार हर संभव सहायता की पेशकश कर रही है। हमने कानूनी सहायता प्रदान की है और परिवार की सहायता के लिए एक वकील नियुक्त किया है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय अधिकारी मामले को सुलझाने में मदद के लिए स्थानीय यमन के अधिकारियों और प्रिया के परिवार, दोनों के संपर्क में हैं।
जायसवाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में इस मामले में समाधान तक पहुंचने के लिए और समय देने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। हम मामले पर बारीकी से नजर रखते रहेंगे। इसके साथ ही हर संभव मदद देंगे। इस मामले में हम कुछ मित्र देशों के संपर्क में भी हैं।
मौत की सजा होने के बाद निमिषा के परिवार ने भारत सरकार से इस मामले में सक्रिय होने की गुहार लगाई थी। इसके बाद सरकार की तरफ़ से परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया गया था। हाल के दिनों में सरकार ने परिवार को दूसरे पक्ष से आपसी सहमति से समाधान का समय मिले, इसके लिए लगातार प्रयास किए।
क्या है मामला
निमिषा प्रिया साल 2008 में नर्स के तौर पर काम करने के लिए भारत के केरल राज्य से यमन गई थीं। निमिषा को एक स्थानीय व्यक्ति और उनके पूर्व बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी की हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी।
साल 2017 में महदी का शव पानी की टंकी से बरामद किया गया था। 34 साल की निमिषा इस समय यमन की राजधानी सना की केंद्रीय जेल में बंद हैं।
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उन पर आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने महदी को ‘बेहोशी की दवा की ज़्यादा ख़ुराक’ देकर मार डाला और फिर शव के टुकड़े कर दिए। निमिषा ने इन आरोपों को ख़ारिज कर दिया था। कोर्ट में उनके वकील ने तर्क दिए थे कि महदी ने उन्हें शारीरिक यातनाएं दीं, उनका सारा पैसा छीन लिया, उनका पासपोर्ट ज़ब्त कर लिया और बंदूक़ से धमकाया।
निमिषा के वकील ने कोर्ट से कहा था कि वह सिर्फ़ बेहोशी की दवा देकर महदी से वापस अपना पासपोर्ट हासिल करना चाहती थीं लेकिन दुर्घटनावश दवा की मात्रा अधिक हो गई। उन्हें बचाने का एकमात्र रास्ता यही है कि महदी के परिजन उन्हें माफ़ कर दें. निमिषा के परिजन और समर्थकों ने 10 लाख डॉलर दियाह या ब्लड मनी की पेशकश की है, जिसे महदी के परिवार को दिया जाना है, लेकिन ये तभी मुमकिन होगा जब इस रकम को लेने के एवज़ में महदी परिवार निमिषा को माफ़ कर दे।