कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार पीएम नरेंद्र मोदी को ओबीसी विरोधी करार दे रहे हैं। वह लगातार कह रहे हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी ‘कागजी ओबीसी’ हैं। उन्होंने गुरुवार शाम को एक बार फिर ट्वीट कर कहा कि नरेंद्र मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं बल्कि कागजी ओबीसी हैं।

उन्होंने X पर पोस्ट कर कहा, “मोदी जी जन्म से नहीं बल्कि ‘कागज़ी OBC’ हैं। वह अपने जन्म के 5 दशक बाद तक OBC नहीं थे। मेरे इस सच पर मुहर लगाने के लिए भाजपा सरकार का धन्यवाद।”

कांग्रेस अध्यक्ष के इस वार के बाद पलटवार किया गया है बीजेपी के राज्यसभा सांसद नरहरि अमीन की तरफ से। नरहरि अमीन कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं। वह 1994 में कांग्रेस पार्टी की सरकार में गुजरात के डिप्टी सीएम थे।

नरहरि अमीन ने क्या कहा?

उन्होंने X पर पोस्ट कर कहा, “मैं कांग्रेस सरकार में गुजरात के डिप्टी CM था, जब 25 जुलाई 1994 को गुजरात सरकार ने मोध-घांची को ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया। यह वही जाति है जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित हैं। राहुल गांधी इस मुद्दे पर नासमझी भरा झूठ पकाकर ओबीसी समुदायों का अपमान कर रहे हैं।”

नरहरि अमीन ने आगे कहा, “मैं राहुल गांधी से तुरंत अपना झूठ वापस लेने की मांग करता हूं। उन्हें ओबीसी को बदनाम करना बंद करना चाहिए और पीएम मोदी के प्रति नफरत से भरे होने के लिए गुजरात के लोगों से माफी भी मांगनी चाहिए।”

राहुल गांधी ने क्या कहा?

ओडिशा के झारसुगुडा में गुरुवार को राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म OBC से ताल्लुक रखने वाले परिवार में नहीं हुआ और वह खुद को OBC बताकर लोगों को ‘गुमराह’ कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का जन्म ऐसे परिवार में हुआ जो सामान्य जाति की श्रेणी में आता है। कांग्रेस नेता ने कहा,‘‘ मोदी जी लोगों को यह कह कर गुमराह करते आ रहे हैं कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं। उनका जन्म ‘घांची’ जाति के परिवार में हुआ था, जिसे 2000 में गुजरात में भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल के दौरान OBC सूची में शामिल किया गया। इस प्रकार से मोदी जी जन्म से ओबीसी नहीं हैं।’’