Budget 2025 for Middle Class: मोदी सरकार के द्वारा 2025-26 के लिए बजट पेश किए जाने के बाद से ही टीवी चैनलों, सोशल मीडिया और आम लोगों की जुबां पर मिडिल क्लास की चर्चा बहुत ज्यादा हो रही है क्योंकि केंद्र सरकार ने 12 लाख तक की इनकम पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगाने का ऐलान किया है।
इस ऐलान के बाद एनडीए और सत्ता पक्ष के नेताओं की ओर से कहा जा रहा है कि यह देश के मिडिल क्लास यानी मध्यम वर्ग के लिए बहुत बड़ी राहत देने वाला है। ऐसे में जानना जरूरी है कि यह मिडिल क्लास क्या है? कौन से लोग मिडिल क्लास में आते हैं और इस मिडिल क्लास की परिभाषा क्या है?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी बजट से पहले दिए अपने अभिभाषण में मिडिल क्लास का जिक्र किया था और भारत की आर्थिक प्रगति को इस वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा करने से जोड़ा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि देश के गरीब और मिडिल क्लास पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे।
दिल्ली चुनाव से क्या है कनेक्शन?
एक जरूरी बात और। 12 लाख रुपए तक कोई इनकम टैक्स नहीं होने के ऐलान को दिल्ली के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है और इस चुनाव में बीजेपी का सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी से है। याद दिलाना जरूरी होगा कि आम आदमी पार्टी ने 23 जनवरी को मिडिल क्लास मेनिफेस्टो जारी किया था और इसमें केंद्र सरकार से हेल्थ, एजुकेशन सहित कई मांगें की गई थी।
निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि किराए से होने वाली आय पर TDS की वार्षिक सीमा 2.4 लाख से बढ़ाकर 6 लाख कर दी गई है और इससे छोटे टैक्स पेयर्स को फायदा मिलेगा। सीतारमण ने यह भी ऐलान किया कि अगले सप्ताह संसद में नया इनकम टैक्स बिल पेश किया जाएगा। इन सभी ऐलानों को भी मिडिल क्लास को राहत देने से जोड़कर देखा जा रहा है।
‘ये बजट देश के नागरिकों की जेब भरने वाला…’ सामने आई PM मोदी की पहली प्रतिक्रिया
अब बात करते हैं कि आखिर मिडिल क्लास क्या है। मिडिल क्लास की भारत में कोई एक परिभाषा नहीं है। कमाई और खर्च के लिहाज से ठोस आंकड़े ना होने की वजह से भारत में मिडिल क्लास की आबादी का अनुमान लगा पाना मुश्किल है।
मिडिल क्लास परिवार और शख्स कौन हैं?
जैसे साल 2022 में पीपल रिसर्च इंडियाज कंज्यूमर इकनॉमी (PRICE) की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि मिडिल क्लास परिवार वह है जिनकी कमाई हर साल 5 लाख से 30 लाख रुपए के बीच है। रिपोर्ट के मुताबिक मिडिल क्लास शख्स वह है जो हर साल 1.09 लाख से 6.46 लाख रुपए सालाना कमाता है।
नेशनल काउंसिल ऑफ़ अप्लाइड इकनॉमिक रिसर्च ने इसे लेकर दूसरे आंकड़े दिए हैं। इस संस्था का कहना है कि मिडिल क्लास परिवार वह है जिसकी सालाना कमाई 2 लाख से 10 लाख रुपए के बीच है।
Budget 2025: अरविंद केजरीवाल को कैसा लगा मिडिल क्लास को बड़ी राहत देने वाला बजट? बोले- मुझे दुख है…
मिडिल क्लास की एक और परिभाषा
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और एस्तेर डुफ्लो ने 2008 में भारत के मिडिल क्लास के बारे में कहा था कि इसका हर दिन का खर्च 2 डॉलर (लगभग 160 रुपये) और 10 डॉलर (800 रुपये) के बीच है। सालाना के हिसाब से यह 58,000 रुपये से 2.9 लाख रुपये के बीच बैठता है।
केंद्र सरकार का क्या कहना है?
जहां तक सरकार का सवाल है, वह 8 लाख रुपये सालाना से कम आय वाले परिवारों को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) मानती है।
मिडिल क्लास की कितनी आबादी है?
यह भी सवाल अहम है कि मिडिल क्लास की आबादी कितनी है। साल 2022 में PRICE ने मिडिल क्लास की आबादी कितनी है, इस बारे में अनुमान जारी किया था। अनुमान के मुताबिक, 2020-21 में भारत में मिडिल क्लास की आबादी लगभग 31% थी और यह लगभग 43.2 करोड़ लोग या 94,000 से अधिक परिवार थे। PRICE के ही अनुसार, मिडिल क्लास की आबादी 2046-47 तक 100 करोड़ को पार कर जाने की उम्मीद है, जो भारत की आबादी का 61% हिस्सा हो सकती है।
2021 में अमेरिका के प्यू रिसर्च सेंटर के द्वारा किए गए विश्लेषण के मुताबिक भारत में मिडिल क्लास तबका वह है जो हर दिन 10 से 20 डॉलर खर्च करता है।
मिडिल क्लास की आबादी को लेकर भी काफी अलग-अलग आंकड़े सामने आते हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से जुड़े ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के एक विश्लेषण से पता चलता है कि 2022 में भारत में मिडिल क्लास की आबादी 46 करोड़ थी।
यह भी पढ़ें- बजट में मिडिल क्लास की बम-बम, 12 लाख तक की कमाई टैक्स फ्री कैसे? चेक करें न्यू व ओल्ड टैक्स स्लैब