गृहमंत्री अमित शाह ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े एक सवाल का जवाब दिया है। पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल ने एक बयान दिया था और कहा था कि लॉरेंस बिश्नोई को सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। वह दिल्ली की आपराधिक घटनाओं का ज़िक्र कर रहे थे। अब अमित शाह ने भी इससे जुड़े सवाल का जवाब दिया है। जानिए क्या बोले गृहमंत्री? 

गृहमंत्री अमित शाह ने क्या कहा? 

एजेंडा आजतक के एक कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे थे। जहां उनसे कनाडा के एक आरोप का ज़िक्र कर सवाल पूछा गया। सवाल किया गया-’कनाडा का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई जो भारत की जेल में है उसे भारत सरकार का संरक्षण मिला हुआ है, सब यह जानना चाहते हैं कि वह जेल में है तो यह सब कैसे कर पा रहा है?’

इस सवाल का जवाब में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा,”देखिए विदेश मंत्री (एस जयशंकर) ने उनसे (कनाडा) से कहा है कि आपके पास जो भी तथ्य है, वह सामने रखिए। इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है।” गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा,”राजनीति में आरोप लगते हैं, लेकिन हमारे विदेश मंत्री ने कहा है कि जो भी सबूत हैं रखिए, हम कारवाई करेंगे। हम तो तथ्य की राह तक रहे हैं।”

लॉरेंस बिश्नोई पर दो दर्जन से ज्यादा हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और अन्य अपराधों के मामले दर्ज हैं। फिलहाल वह अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है और माना जाता है कि वहीं से गैंग चला रहा है।

लॉरेंस बिश्नोई की उम्र 31 साल है और वह पंजाब के फिरोजपुर जिले के धत्तरांवाली गांव का रहने वाला है। वह बिश्नोई समुदाय से है। इस समुदाय के लोग पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में हैं। बिश्नोई ने गांव से ही 12वीं तक की पढ़ाई की और 2010 में कॉलेज की पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ चला गया। DAV कॉलेज में दाखिला लेने के बाद वह छात्र राजनीति में सक्रिय हो गया और 2011-12 में पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (SOPU) का अध्यक्ष बना।

अमेरिका ने खालिस्तानी पन्नू की बैंक डिटेल और नंबर देने से किया ‘इनकार’, मोगा DC ऑफिस बिल्डिंग से जुड़ा है मामला

आपराधिक रिकॉर्ड के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ पहली एफआईआर हत्या के प्रयास के मामले में दर्ज हुई थी। अप्रैल 2010 में जबरन घर में घुसने और फरवरी 2011 में मारपीट और मोबाइल फोन चोरी के मामले में भी एफआईआर हुई। ये सभी मामले छात्र राजनीति से जुड़े थे।