जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकवादियों के हमले में सात लोगों मारे गए हैं। यह हमला गगनगीर में एक सुरंग निर्माण स्थल पर हुआ। जहां मौजूद कुछ अन्य लोगों ने कहा कि जब हमला हुआ तो लगा कि शादी के पटाखे बज रहे हैं। इस हमले के पीड़ित इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी APCO इंफ्राटेक के कर्मचारी थे, जो श्रीनगर-सोनमर्ग राजमार्ग पर Z-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही है।
यह हमला एक ऐसे इलाके में हुआ है, जिसे अक्सर आतंकवाद से मुक्त माना गया है। इस हमले में मारे गए मजदूरों में से 3 बिहार और एक मध्य प्रदेश के हैं। जबकि एक-एक जम्मू, कश्मीर और पंजाब के हैं।
मौके पर मौजूद लोगों ने क्या कहा?
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कैंप के ठीक सामने एक प्रोविजनल स्टोर चलाने वाले एक शख्स ने कहा, “अंधेरा हो गया था और हमने लगातार गोलियों की आवाज़ सुनी। हमें लगा कि ये पटाखे हैं। सिर्फ़ 100 मीटर की दूरी पर एक शादी समारोह चल रहा था, इसलिए इस तरह की स्थिति बन गई।” उन्होंने आगे कहा, “अचानक हमने देखा कि वहां मौजूद गार्ड्स शिविर से बाहर निकलकर सड़क की ओर भाग रहे हैं। वे डरे हुए थे और उन्होंने हमें बताया कि शिविर स्थल पर हमला हुआ है। हमने तुरंत अपनी दुकानें बंद कर दीं और घर वापस भागे।”
सूत्रों ने बताया कि निर्माण फर्म APCO इंफ्राटेक ने अपने निजी गार्ड्स को काम पर रखा था। उन्होंने बताया कि करीबी सीआरपीएफ कैंप करीब 300 मीटर की दूरी पर है। सूत्रों के अनुसार जीवित बचे लोगों ने उन्हें बताया कि जब कर्मचारी खाना खा रहे थे, उसी समय दो आतंकवादियों ने कैंप पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी। एक पुलिस अधिकारी ने बचे हुए लोगों के हवाले से बताया, “वहां दो लोग चादर ओढ़े हुए थे। वे कैंप में पहुंचे, शॉल हटाया और गोलियां चलानी शुरू कर दीं।”
निर्माण कंपनी के लिए डम्पर ट्रक चलाने वाले गगनगीर के एक ग्रामीण ने बताया कि सुरंग पर काम करने वाले अधिकांश कर्मचारी कुछ समय पहले ही चले गए थे। निर्माण कंपनी के लिए काम करने वाले एक निजी सुरक्षा गार्ड ने शाम को गोलियों की आवाज़ सुनने की बात याद की और कहा,”जब मैंने गोलियों की आवाज़ सुनी, तो मैंने अपने सहकर्मियों को फ़ोन किया। उन्होंने मुझे बताया कि शिविर पर हमला हुआ है और तीन जगहों को निशाना बनाया गया है।”