मुंबई बम विस्फोटों के दोषी याकूब मेमन को फांसी की सजा की आलोचना करने वालों पर बरसते हुए भाजपा के एक सदस्य ने शुक्रवार को कांग्रेस, वाम दलों और बुद्धिजीवी वर्ग पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया। भाजपा के अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया और याकूब का नाम लिए बिना कहा कि आतंकवाद की चपेट में आने वाले बेगुनाह लोगों के बजाय हत्यारों को अधिक तव्वजो दी जा रही है।
उन्होंने सदन में ललित मोदी मामले को लेकर नारेबाजी कर रहे कांग्रेस और वाम सदस्यों को परोक्ष रूप से निशाना बनाते हुए कहा कि आज भारत आतंकवाद का आसान निशाना बन रहा है लेकिन इस मुद्दे पर चर्चा के बजाय सदन में हंगामा हो रहा है। ठाकुर ने मुंबई हमलों के दोषी याकूब को फांसी दिए जाने पर कहा कि 23 साल बाद एक मामले में फैसला आया और चार दिन तक बुद्धिजीवी समाज उस पर चर्चा करता रहा। इतने सालों से बेगुनाह लोग अपने परिजनों की मौत के मामले में न्याय का इंतजार कर रहे थे उन्हें नहीं दिखाया गया।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के नाम पर देश में जहर घोलने वालों को बचाने का प्रयास किया जाता है और यह देखकर पीड़ा होती है। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल इस मामले में राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। भाजपा सदस्य ने इस मामले में मीडिया से भी जिम्मेदारी के साथ काम करने की अपील की।
भाजपा के ही वीरेंद्र कुमार ने देश में मूक बधिर और अन्य प्रकार की विकलांगता के शिकार बच्चों के लिए पर्याप्त संख्या में स्कूलों और प्रशिक्षित अध्यापकों के अभाव का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार से इस संबंध में उचित कदम उठाने की अपील की। उन्हीं की पार्टी के भगीरथ प्रसाद ने आईआईटी रुड़की में कुछ छात्रों के निलंबन का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि यह आरक्षण विरोधी शक्तियों की साजिश का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि इनमें से बहुत से अनुसूचित जाति के छात्र हैं और यदि इन छात्रों का निष्कासन वापस नहीं लिया जाता है तो आरक्षण का मतलब ही खत्म हो जाएगा। भाजपा के ही जनार्दन मिश्र ने नेताओं और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज किए जाने वाले भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई के लिए विशेष अदालतों का गठन किए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि अदालतों में ये मामले सालों तक खिंचते रहते हैं और ऐसे में जनता के बीच यह भ्रामक संदेश जाता है कि राजनेता अपने खिलाफ दर्ज मामलों में सजा से बचने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हैं। मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश में उमा भारती के मुख्यमंत्रित्व काल में शिक्षा घोटाला सामने आया था। जिसमें बहुत से नेताओं को सजा हो चुकी है लेकिन वे बाहर घूम रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेसी नेता अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सजा से बच रहे हैं। उन्होंने रिश्वत और भ्रष्टाचार के ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए विशेष अदालतें गठित किए जाने की मांग की। तेलुगू देशम पार्टी के के राममोहन नायडू ने शून्यकाल में ही आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की। साथ ही आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने को कहा।
अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति में एक राष्ट्रीय स्मारक बनाए जाने की मांग करते हुए कहा कि देश के लौह पुरुष की स्मृति में अभी तक यह कदम नहीं उठाया गया है। भाजपा सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनकी इस मांग का समर्थन किया। भाजपा सदस्य कमला देवी पटेल ने मलेशिया में नौकरी का झांसा देकर ले जाए गए कुछ भारतीय नागरिकों को बंधक बनाए जाने का मुद्दा उठाया और उनकी रिहाई के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
भाजपा के निशिकांत दुबे ने कांग्रेस शासित राज्यों में और केंद्र में पिछली यूपीए सरकार के शासनकाल में कैग द्वारा उजागर घोटालों का जिक्र किया। राजद से निष्कासित राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि राज्य पूरी तरह से अपराधियों के चंगुल में है।
उन्होंने तत्काल राज्य सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग की। भाजपा के किरीट सोलंकी ने गुजरात बिजली बोर्ड का लिग्नाइट का आवंटन किए जाने की मांग की ताकि कम कीमत पर बिजली का उत्पादन हो सके।
इसी दल के सीआर चौधरी ने राजस्थान को विशेष धनराशि मुहैया कराने की मांग की ताकि पंचायती राज संस्थाएं पेयजल आपूर्ति जैसी परियोजनाओं को आगे बढ़ा सकें। भाजपा की ही अंजू बाला ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए केंद्र से प्रदेश सरकार को इस्तीफा देने का निर्देश दिए जाने की मांग की।
सदन में शून्यकाल की कार्यवाही विपक्ष सदस्यों के हंगामे के बीच संपन्न हुई। जो ललित मोदी मामले को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग को लेकर सुबह से ही आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे।