लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीतने और 2021 के विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा को यहां उप चुनाव में बड़ा झटका लगा है। प्रदेश में विधानसभा की तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा करारी हार का स्वाद चखना पड़ा है। उप चुनाव में सत्तारुढ़ टीएमसी ने तीनों से सीटें कब्जा  लीं। आज यानी गुरुवार (28 नवंबर, 2019) को प्रदेश की तीन विधानसभा सीट खड़गपुर सदर, कालियागंज और करीमपुर के चुनाव परिणाम आए हैं।

इसमें खड़गपुर सदर विधानसभा सीट तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप सरकार ने 20,788 मतों के अंतर से जीत हासिल की। इसी तरह कालियागंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ने 2,304 मतों से जीत ली। चुनाव अधिकारी ने यह जानकारी दी है। इसके अलावा करीमपुर सीट से भी टीएमसी उम्मीदवार ने भारी मतों से जीत दर्ज की है।

उपचुनाव में टीएमसी के प्रदर्शन से उत्साहित पार्टी प्रमुख और प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने उपचुनाव में पार्टी की जीत का श्रेय राज्य की जनता को देते हुए कहा कि भाजपा अपने अहंकार और राज्य के लोगों को ‘अपमानित’ करने का परिणाम भुगत रही है। उन्होंने एक टीवी चैनल को बताया, ‘हम इस जीत का श्रेय बंगाल की जनता को देते हैं। भाजपा अपने अहंकार और बंगाल के लोगों को अपमानित करने का परिणाम भुगत रही है।’ उन्होंने कहा कि माकपा और कांग्रेस खुद को मजबूत करने के बजाय पश्चिम बंगाल में भाजपा की मदद कर रही हैं।

हालांकि उपचुनाव में भाजपा को उत्तराखंड से अच्छी खबर है। प्रदेश के पिथौरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की चंद्रा पंत ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की अंजू लुंठी को तीन हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया। चंद्रा पंत, त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल में मंत्री रहे प्रकाश पंत की पत्नी हैं। प्रकाश पंत का इस वर्ष बीमारी के चलते निधन हो गया था। चंद्रा और अंजू दोनों ही पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं ।