संगीत रागी ने कहा, ‘ममता बनर्जी मानकर चलती हैं कि मुसलमानों के वोट पर उनका अधिकार है। राजनीति में अपराध ऐसे ही शुरू हुई थी। कांग्रेस ने भी कई कट्टरवादियों को खड़ा किया। इन्हीं में से ओवैसी भी हैं।’ रागी ने कहा, ‘मालदा, बशीरहाट में आप वही काम कर रहे हैं।’

टीएमसी प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा, ‘ये लोग ममता बनर्जी को दबाने की कोशिश कर रही हैं। अच्छी तरह जान लीजिए 2011 में जब ममता बनर्जी चीफ मिनिस्टर बनी थीं तो जस्टिस सच्चर की रिपोर्ट में कहा गया था कि पश्चिम बंगाल में अल्पसंख्यों की स्थिति बहुत बुरी थी। तब से ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यकों के लिए विकास का काम किया है। माइनॉरिटी ममता के अलावा किसी के बारे में सोच नहीं सकती।’ इसपर रागी ने कहा, ये माइनॉरिटी, माइनॉरिटी क्या लगा रखा है।

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, ‘ममता बनर्जी का बयान है कि मतलब बीजेपी हिंदुओं का वोट लेगी, एआईएमआईएम मुस्लिमों को वोट लेगी तो क्या मैं कच्चा केला खाऊंगी। ममता जी का नाम ममता फलवाली रख देते हैं। आप केल खाइए, संतरा खाइए, अंगूर खाइए इससे कोई मतलब नहीं है।’ टीएमसी प्रवक्ता ने गौरव भाटिया की इस बात का विरोध किया। इस बात पर आजतक की ऐंकर अंजना ओम कश्यप ने कहा कि अगर टीएमसी प्रवक्ता की नेता के बारे में ऐसी बात होगी तो वह विरोध जरूर करेंगे। उन्होंने कहा कि अच्छी भाषा में भी ममता बनर्जी की आलोचना की जा सकती है।

बता दें कि ममता बनर्जी ने कहा था कि बीजेपी हैदराबाद की एक पार्टी को पश्चिम बंगाल में लाना चाहती है जिससे की मुस्लिमों के वोट को बांटा जा सके। इसपर असदुद्दीन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कोई इंसान उन्हें खरीद नहीं सकता है। उन्होंने कहा था, ‘ममता बनर्जी का पाला अभी सच्चे मुसलमान से नहीं पड़ा है।’ बिहार में पांच सीटें जीतने के बाद असदुद्दीन ने ऐलान किया था कि वह पश्चिम बंगाल में भी चुनाव लड़ेंगे।