पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर बवाल लगातार जारी है। हिंसा इतनी बढ़ गयी है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार को चुनावों के लिए केंद्रीय बलों की मांग और तैनाती का आदेश दिया था। लेकिन भाजपा का कहना है कि केंद्रियों बलों को टीएमसी काम नहीं करने दे रही है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का कहना है कि कई इलाकों में प्रत्याशी नामांकन तक नहीं भर पा रहे हैं, राज्य चुनाव आयोग ठीक से काम नहीं कर रहा है,केंद्रीय बलों को काम नहीं करने दिया जा रहा है। सुकांत मजूमदार ने कहा, “यह जारी रहा, तो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होंगे”। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि टीएमसी लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास कर रही है।
क्या बोले शुभेंदु अधिकारी?
भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि टीएमसी के राज में लोकततंत्र को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा, “लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है, हम इसका विरोध करेंगे। हम पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के जंगल राज को खत्म करेंगे। हम लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं और राज्य की जनता जीतेगी। वे कहते हैं कि पश्चिम बंगाल में कोई संवेदनशील बूथ नहीं है और यहां केंद्रीय बलों की कोई आवश्यकता नहीं है”।
बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कई ऐसे इलाके जहां प्रत्याशी नामांकन तक नहीं भर पा रहे हैं. राज्य चुनाव आयोग ठीक से काम नहीं कर रहा है, वे केंद्रीय बलों को कार्यभार नहीं लेने दे रहे हैं। यदि यह जारी रहा, तो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होंगे।
क्यों हो रही है हिंसा?
पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को एक चरण में पंचायत चुनावों होने हैं। इसमें ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषदों में सभी चुनाव होंगे, जिन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले काफी पैनी नज़र से देखा जा रहा है।
चुनाव से पहले उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया में जिलों में चुनाव लड़ने वाले दलों के बीच हिंसक झड़पें होती रही हैं। इस बार विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस जबरदस्ती उन्हें नामांकन दाखिल करने से रोक रही है। ऐसे में लगातार हिंसा बढ़ती जा रही है।