पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस पर निशाना साधा है। वजह है राज्यपाल का एक निर्देश जिसके मुताबिक टीएमसी के विधायकों पर रूल्स के मुताबिक शपथ नहीं लेने पर 500-500 का जुर्माना लगाया गया है। ममता बनर्जी ने राज्यपाल पर तीखी टिप्पणी करते हुए उनसे पूछा- ‘क्या आपके पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं? क्या आपको टिफिन के पैसे चाहिए? मुझसे पूछिए, मैं इंतजाम कर दूंगी।’
यह मामला टीएमसी के दो विधायकों से जुड़ा था। विधायकों ने सोमवार को यह जानकारी दी थी कि उन्हें राजभवन की ओर से 2 ई-मेल मिले हैं जिनमें शपथ ग्रहण की वैधानिकता पर सवाल उठाते हुए 500 रुपये का जुर्माना जमा करने को कहा गया है।
ममता बनर्जी ने क्या कहा?
मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान अपने भाषण में सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “राज्यपाल अपराधियों या नीट घोटाले में शामिल लोगों पर जुर्माना नहीं लगा सकते। वह केवल उन लोगों पर जुर्माना लगा सकते हैं जो चुने गए हैं। उन्हें किसी राजनीतिक पार्टी के प्रति पक्षपाती नहीं होना चाहिए।” विधायकों की शपथ को लेकर गतिरोध चल रहा था कि कौन और कहां इन दोनों विधायकों को शपथ दिलवाएगा? इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने 6 जुलाई को विधायक सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार को शपथ दिलाई थी। इस कदम के बाद राजभवन ने दावा किया कि यह शपथ संविधान के मुताबिक नहीं थी।
राज्यपाल ने इसके बाद दोनों विधायकों को पत्र लिखकर सूचित किया था कि स्पीकर उन्हें शपथ नहीं दिला सकते। उन्होंने लिखा कि अगर कोई विधायक शपथ लिए बिना विधानसभा की कार्यवाही या मतदान प्रक्रिया में भाग लेता है तो उसे प्रतिदिन 500 रुपये का जुर्माना देना होगा।
सीएम ममता बनर्जी ने इसके बाद कहा, “मैंने मीडिया रिपोर्ट्स में देखा है कि राज्यपाल ने क्या कहा। मैं स्पीकर का पूरा समर्थन करती हूं। उन्होंने जो किया है, वह सही है। लोकतंत्र में एक परंपरा है। परंपरा यह है कि नवनिर्वाचित विधायक राज्य विधानसभा में शपथ लेते हैं।”
दरअसल सयंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार के को राज्यपाल ने डिप्टी स्पीकर को शपथ दिलाने का काम सौंपा था। लेकिन डिप्टी स्पीकर ने कहा था कि स्पीकर की मौजूदगी में वह शपथ नहीं दिला सकते।