पश्चिम बंगाल में रथ यात्रा के बाद राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह की जनसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी को जमीन मिल गई है। कूच बेहर में 16 बीघे के खेत में 7 दिसंबर को शाह का कार्यक्रम प्रस्‍तावित किया गया गया है। दिलचस्‍प बात यह है कि पार्टी ने करीब 250 कार्यकर्ताओं को इस स्‍थान की सुरक्षा के लिए तैनात किया है। समर्थकों के लिए झिनईदंगा गांव में धान के एक खेत में टेंट लगाए गए हैं। द टेलीग्राफ अखबार से बातचीत में यहां मौजूद भाजपा के एक कार्यकर्ता ने कहा, “पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह की 7 दिसंबर को होने वाली सभा के लिए हमें खेत की रखवाली करनी ही होगी।”

सभा के लिए जगह जुटाने में भाजपा नेताओं को खासी मशक्‍कत करनी पड़ी। कूच बेहर के अधिकतर मैदान यहां चल रहे रास मेला के चलते बुक हैं, कुछ जगहों पर तृणमूल समर्थ‍ित खेलों का आयोजन हो रहा है। झिनईदंगा गांव मुख्‍य कस्‍बे से कम से कम 5 किलोमीटर दूर स्थित है। बीजेपी जिलाध्‍यक्ष मालती रवा ने अखबार से कहा, “यह पार्टी कार्यकर्ता के स्‍वामित्‍व वाली खेतिहर जमीन है और फसल काटी जा चुकी है। बाकी मैदानों और खेतों पर कब्‍जा करके तृणमूल (कांग्रेस) ने हमारी सभा रोकने की कोशिश की।”

7 दिसंबर को अमित शाह यहां के मदनमोहन मंदिर पहुंचेंगे। पूजा के बाद वह रथयात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे और फिर सभा के लिए निकल जाएंगे। इंतजाम संभालने कूच बेहर पहुंचे भाजपा नेता सुदीप्‍त चटर्जी ने द टेलीग्राफ से कहा, “तृणमूल हर तरह से रुकावट डालने की कोशिश कर रही है। उन्‍होंने निजी बस मालिकों से कहा है कि सभा के लिए गाड़‍ियां न दें। हमें डर है कि आयोजन-स्‍थल या मंच को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हो सकती है इसीलिए कार्यकर्ताओं को निगरानी रखने के लिए कहा गया है।”

स्‍थानीय भाजपा नेता संजय चक्रवर्ती ने अखबार से कहा, “सोमवार (3 दिसंबर) रात से ही यहां 30 हैलोजन लाइटें लगाई गई हैं ताकि पर्याप्‍त रोशनी रहे।” दूसरी तरफ स्‍थानीय विधायक व राज्‍य सरकार में मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने कहा, “हमें पता चला है कि बीजेपी नेता किराया नहीं देता, इसलिए बसवाले गाड़‍ियां देने को राजी नहीं हैं। उन्‍होंने जो जगह चुनी हैं, वहां बमुश्किल 2000 लोग आ सकते हैं। पार्टी (बीजेपी) के पास कूच बेहर में 2 हजार समर्थक तक नहीं हैं। वे असम से लोग लाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वे कोई परेशानी खड़े करने की कोशिश करते हैं तो लोग जवाब देंगे।”