पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि शनिवार को हुई हिंसा में दो लोग मारे गये थे और भाजपा का पांच लोगों के मारे जाने का दावा झूठा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंसा भड़काने की और फर्जी खबरें फैलाकर उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है तथा तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल को एक और गुजरात नहीं बनने देगी। वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या और ‘बिगड़ती’ कानून व्यवस्था के विरोध में सोमवार को ‘काला दिवस’ मनाया। पार्टी ने कोलकाता एवं अन्य जगहों पर रैलियां निकालीं तथा बशीरहाट में बंद बुलाया।
संदेशखली में शनिवार को संघर्ष के बाद उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट संभाग में हालात तनावपूर्ण रहे। कोलकाता से करीब 70 किलोमीटर दूर बशीरहाट में 12 घंटे के बंद के दौरान अधिकतर दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यहां रैलियां निकालीं और दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बशीरहाट में कई जगहों पर सड़कों तथा रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर वाहनों और रेलगाड़ियों की आवाजाही बाधित की। बशीरहाट से लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की नुसरत जहां ने जीत दर्ज की है। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया।
बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पश्चिम बंगाल को भेजे परामर्श को ‘‘पर्दे के पीछे से खेला जा रहा खेल’’ करार दिया और कहा कि राज्य के मुख्य सचिव इसका जवाब दे चुके हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘वे (भाजपा) सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी खबरें फैलाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं। केंद्र सरकार और (भाजपा) पार्टी के कार्यकर्ता राज्य में हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। हम बंगाल को एक और गुजरात नहीं बनने देंगे।’’ मुख्यमंत्री ने मीडिया पर भी भाजपा के इशारे पर गलत जानकारी प्रसारित करके राज्य का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने राज्य विधानसभा चुनाव 2021 से पहले होने की अटकलों को भी खारिज कर दिया।
बनर्जी ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कुछ केंद्रीय नेताओं के इशारे पर भाजपा एक साजिश के तहत पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग और जंगलमहल इलाकों में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को ‘आग से नहीं खेलना चाहिए।’ तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह सुनियोजित खेल है। उनकी योजना मेरी आवाज दबाने की है क्योंकि उन्हें पता है कि देश में उनके खिलाफ आवाज उठाने वाली एक मात्र शख्सियत ममता बनर्जी है। हमारी सरकार को गिराने की यह साजिश सफल नहीं होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उनकी साजिश का शिकार नहीं होंगे और लोगों से शांत रहने को कहेंगे।’’
लोकसभा चुनाव के बाद हिंसा की घटनाएं भी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव का विषय बन गयी हैं। उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में शनिवार रात भड़की हिंसा के बाद तीन लोगों के शव बशीरहाट अस्पताल लाये गये थे। भाजपा नेताओं ने दावा किया था कि इनमें से दो लोग उनके समर्थक थे वहीं तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि एक उनका सक्रिय कार्यकर्ता था। दोनों दलों ने दावा किया कि उनके कई समर्थक हिंसा के बाद से लापता हैं।
