रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने अर्थशास्त्री अशोक लाहिरी को बंगाल चुनाव में अलीपुरद्वार विधानसभा सीट से पार्टी का टिकट दिया। इसके कुछ ही पल बाद जिला अध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा ने कहा कि उन्हें अशोक लाहिरी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इसलिए वे पार्टी उम्मीदवार के बारे में बहुत कुछ नहीं बता सकते हैं। शर्मा के इस बयान से अलीपुरद्वार में बीजेपी कार्यकर्ताओं के मूड का पता चलता है। जहां यह दिख रहा है कि कार्यकर्ताओं की उम्मीद के उलट केंद्रीय नेतृत्व की ओर से एक तरह से पैराशूट उम्मीदवार चुनावी मैदान में इस सीट से उतारा गया है और इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं से रायशुमारी नहीं की गई है।

शर्मा ने कहा मुझे मीडिया से मालूम चला कि अशोक लाहिरी अलीपुरद्वार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मैं उनको नहीं जानता हूं इसलिए उनके बारे में कुछ बता नहीं सकता। शर्मा ने कहा कि पार्टी से उनको किसी ने यह नहीं बताया कि अशोक लाहिरी इस सीट से पार्टी के उम्मीदवार होंगे। बिशल लामा को भी पार्टी ने टिकट दिया है। लामा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के विमल गुरुंग गुट के नेता रहे हैं। शर्मा ने कहा कि पार्टी में उन्हें किसी ने नहीं बताया कि बिशल लामा को भी टिकट दिया गया है। बिशल लामा को कालचिनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका दिया गया। लामा ने कुछ समय पहले ही बीजेपी का दामन थामा था।

इसके कुछ समय बाद बीजेपी समर्थकों ने शर्मा के घर के बाहर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने मांग की कि लामा को टिकट न दिया जाए। बता दें कि अशोक लाहिरी भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार रह चुके हैं और वह नई दिल्ली में रहते हैं।

मामले में शर्मा ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व को कम से कम स्थानीय नेताओं से इस मामले में राय लेनी चाहिए थी। शर्मा ने कहा कि बिशल लामा की उम्मीदवारी के बारे में भी उनको मीडिया से ही मालूम चला किसी ने उनसे चर्चा नहीं की। न ही जिला समिति में इस पर चर्चा हुई।

शर्मा ने कहा कि इस तरह के उम्मीदवार अगर चुनावी मैदान में उतारे जाएंगे तो पार्टी को नुकसान पहुंचेगा। शर्मा ने कहा कि लामा कुछ दिन पहले बीजेपी का विरोध कर रहे थे आज बीजेपी में शामिल हैं।

मामले में दूसरे बीजेपी नेता ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि पार्टी उम्मीदवारों का चयन किस तरह कर रही है।