महाराष्ट्र के 36 में से 21 जिलों में एक से 10जून के बीच 60 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक से 10 जून के बीच इन जिलों में ‘‘काफी अधिक’’ बारिश हुई जो इस अवधि के औसत से साठ प्रतिशत अधिक है।
मुंबई के अलावा तटीय जिले ठाणे, रायगढ और पालगढ़ भारी बारिश वाले जिलों में शामिल हैं। रत्नागिरि ,बुलढ़ाना,नागपुर और भंडारा में ‘अधिक’ वर्षा हुई वहीं आठ जिलों में सामान्य वर्षा हुई। मध्य महाराष्ट्र के अकोला और लातूर केवल दो जिले ऐसे हैं जहां कम वर्षा हुई।
आईएमडी पुणे के वरिष्ठ वैज्ञानिक के एस होसालिकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि इनमें से अधिकतर मॉनसून पूर्व वर्षा थी ‘‘लेकिन इनकी तीव्रता अधिक थी और इस दौरान गरज के साथ बौछारें पड़ी और बिजली चमकी।’’ मुंबई के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग केन्द्र ने शनिवार को कुछ स्थानों पर ‘‘ तेज से काफी तेज’’ और कोंकण तथा गोवा के दूर दराज के इलाकों में ‘‘बेहद भारी’’ बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
बता दें कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ऐलान किया है कि इस बार मानसून तेजी से उत्तर भारत की तरफ बढ़ रहा है। मध्य प्रदेश में तो सात दिन पहले ही मानसून की एंट्री हो गई। इस बीच दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाएं और छिटपुट बारिश दर्ज की गई। प्री-मानसून बारिश का असर हरियाणा तक भी पहुंचा। राज्य के करनाम में तो देर रात अच्छी-खासी बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन आंधी की वजह से पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए।
महाराष्ट्र के 36 में से 21 जिलों में एक से 10जून के बीच 60 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक से 10 जून के बीच इन जिलों में ‘‘काफी अधिक’’ बारिश हुई जो इस अवधि के औसत से साठ प्रतिशत अधिक है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ की अधिकांश तालुकाओं में कम वर्षा दर्ज की गई। अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में गुरुवार और शुक्रवार को कम बारिश हुई, जिसमें श्रीवर्धन में पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 105 मिमी और महाड में सिर्फ 5 मिमी बारिश दर्ज की। संयोग से, जिला प्रशासन ने बुधवार की रात नागरिकों को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया था। अधिकारियों ने कहा कि जिले में शुक्रवार सुबह 8:30 बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में 34.14 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने मुंबई में बिजली कड़कने के साथ आंधी की भविष्यवाणी की | आईएमडी ने कहा कि अगले 3 घंटों के दौरान पालघर, ठाणे, मुंबई रायगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बिजली के साथ गरज और मध्यम से तीव्र बारिश होने की संभावना है।
मुंबई में इस साल के मानसून सीजन की पहली बारिश ने भी शहर के विभिन्न हिस्सों में जलजमाव की स्थिति पैदा कर दी। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले 24 घंटों में, मुंबई के पूर्वी उपनगरों में 51.76 मिमी बारिश हुई, इसके बाद शहर में 43.42 मिमी और इसके पश्चिमी उपनगरों में 34.33 मिमी बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश में मानसून के आगमन से पहले ही कई शहरों में प्री-मानसून की बारिश दर्ज की जा चुकी है। अब यह बारिश पश्चिमी यूपी तक पहुंच गई है। शुक्रवार को ही अलीगढ़ में बादल छा गए और छिटपुट बूंदाबादी हुई। इसके बाद अधिकतम तापमान में चार डिग्री तक गिरावट दर्ज हुई है, मगर अभी भी उमस पसीने छुड़ा रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले चार-पांच दिनों तक आसमान पर बादल छाए रहेंगे। बूंदाबांदी व बारिश हो सकती है।
झारखंड में अगले 36 से 48 घंटे में मानसून दस्तक दे सकता है। इससे पहले पूरे राज्य में प्री मानसून का असर देखने को मिल रहा है। गुरुवार को राजधानी रांची सहित पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, खूंटी, गुमला, साहेबगंज, देवघर में दिन में हल्के से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। साथ ही विभिन्न स्थानों पर वज्रपात के लिए भी मौसम विभाग ने कई बार अलर्ट जारी किया। राजधानी रांची में केवल तीन घंटे में ही 21 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। मौसम विभाग द्वारा पूर्वानुमान में बताया गया है कि राज्य में मानसून के प्रवेश के लिए सभी अनुकूल परिस्थितियां बन रही है।
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में खराब मौसम बना है। यहां हल्की बारिश भीं जारी है। आसपास के जिलों हावड़ा, हुगली, उत्तर व दक्षिण 24 परगना में भी काले बादल छाए हैं। भारी बारिश को लेकर दक्षिण 24 परगना व पूर्व मेदिनीपुर में ज्यादा तबाही की आशंका है। गौरतलब है कि पिछले दिनों आए चक्रवात 'यास' से इन्हीं दोनों जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा था। अब फिर से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने पर उन दोनों जिलों के लोगों पर दोबारा मुसीबतें टूट सकती हैं।
लगातार दो दिनों से बारिश के बाद मुंबई के निवासियों को शुक्रवार सुबह थोड़ी राहत मिली और शहर तथा उसके उपनगरों में बारिश बंद हुई। नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया कि उपनगरीय ट्रेनों और बसों के साथ ही शहर में परिवहन सेवाएं सामान्य दिनों की तरह चल रही हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने मुंबई में दस्तक दी थी जिससे कारण बुधवार को भारी बारिश हुई और सड़कों तथा रेल की पटरियों पर जल भराव के कारण उपनगरीय ट्रेन सेवाएं बाधित हो गयीं। मुंबई में इस साल के मानसून की पहली बारिश से विभिन्न इलाकों में जल भराव भी हो गया।
मुंबई में लगातार बारिश का कहर जारी है। यहां अंधेरी से लेकर चेंबूर तक बारिश की वजह से पानी भर गया। मौसम विभाग ने आज दिन भर बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मानसून की पहली ही बारिश में मुंबई के बुरे हाल हो गए थे। शहर में बारिश के बीच हाईटाइड का भी अलर्ट है। इसके दोपहर 1 बजे के आसपास आने की संभावना है। उस वक्त समुद्र में करीब साढ़े 4 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि जून में कई जगहों पर मानसून समय से पहले ही पहुंच सकता है। इनमें उत्तर और पूर्व के राज्य सबसे आगे हैं। जहां मध्य प्रदेश में मानसून समय से सात दिन पहले पहुंचा, वहीं बिहार में भी आज या कल मानसून की एंट्री का अनुमान लगाया गया है। इस बीच दिल्ली में भी एक दिन पहले प्री-मानसून की बारिश हुई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना जताई है। यहां न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 29 डिग्री सेल्सियस और 39 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
मानसून के केरल में दो दिन की देरी से पहुंचने के बावजूद यहां जोरदार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। केरल में 12 से 15 जून तक भारी बारिश होने की संभावना है। दूसरी ओर कोंकण कोंकण क्षेत्र में 12 से 15 जून के बीच मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने बताया है कि पश्चिम- पश्चिमोत्तर में कम दबाव का क्षेत्र बनने और उसकी वजह से पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में (राजस्थान को छोड़कर) 12 से 14 जून के बीच बारिश की गतिविधि देखने को मिलेगी। वहीं, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी 12 जून को मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। इसकी वजह से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाके में अगले 24 घंटे के दौरान कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके अगले 24 घंटे में मजबूत होने और ओडिशा के ऊपर पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया, ‘इसके (निम्न दाब क्षेत्र) प्रभाव से विस्तृत क्षेत्र में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी और पूर्वी भारत के अधिकतर हिस्सों और उससे जुड़े मध्य क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना है।
भारत के कई राज्यों में मानसून अनुमान से तेजी से बढ़ रहा है। मौसम की परिस्थितियों के अनुसार बिहार में भी अगले 24 से 36 घंटों में मानसून का प्रवेश हो जाएगा। मानसून के आगमन के बाद राज्य के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राज्य में 14 जून तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 से 48 घंटों में तीव्र वज्रपात की परिस्थतियां बनी रहेंगी। कुछ जगहों पर भारी तो कई जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है।
अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। वहीं सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर शाम पांच बजकर 30 मिनट पर 47 प्रतिशत दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम सात बजकर पाँच मिनट पर 214 रहा। शून्य से 50 के बीच के एक्यूआई को ‘‘अच्छा’’ माना जाता है, 51 से 100 के बीच को ‘‘संतोषजनक’’, 101 से 200 के बीच को ‘‘मध्यम’’, 201 से 300 के बीच को ‘‘खराब’’, 301 से 400 के बीच को ‘‘बहुत खराब’’, 401 से 500 के बीच के एक्यूआई को ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में माना जाता है।
ओडिशा, पश्चिम बंगाल, कोंकण और गोवा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, सिक्किम और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया गया है। वहीं पूर्वोत्तर भारत, झारखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के एक या दो हिस्सों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट, तटीय कर्नाटक, केरल, मराठवाड़ा और विदर्भ में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है।
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय से सात दिन पहले गुरुवार को ही मध्यप्रदेश में पहुंच गया। जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों के लिए आईएमडी ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बता दें कि एमपी में मानसून के आगमन का अनुमान 17 जून तक लगाया गया था, लेकिन इससे पहले ही मानसून की एंट्री हो गई है। बता दें कि मध्य प्रदेश में पिछले 10 दिनों से प्री-मानसून की बारिश भी हो चुकी है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर शुक्रवार तक के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया गया है। मौसम को देखते हुए जिले के 20 गांव से एक हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिला अधिकारी निधि चौधरी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में जिले में औसतन 58 मिमी बारिश हुई है। भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर जिले में बृहस्पतिवार और शुक्रवार के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया गया। 12 और 13 जून के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मानूसून अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है और अगले दो दिन में पश्चिम बंगाल और झारखंड के सभी इलाकों तक यह पहुंच जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार मानसून दक्षिण गुजरात के कुछ और इलाकों, महाराष्ट्र के बचे हुए इलाकों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दक्षिण मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और दक्षिण गुजरात भी पहुंच गया है। विभाग ने बताया, ‘‘गुजरात के कुछ और हिस्सों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के बाकी बचे इलाकों, पूरे पश्चिम बंगाल और झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में मानसून के अगले 48 घंटे में पहुंचने की अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई है।’’
राजस्थान में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है और राज्य में गंगानगर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 45.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, बृहस्पतिवार को पिलानी में अधिकतम तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 44.5 डिग्री, करौली में 44 डिग्री, सवाईमाधोपुर में 43.6 डिग्री, बीकानेर में 43 डिग्री और कोटा में 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं राज्य के अन्य शहरों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया।
उत्तर बिहार में मानसून जल्द आएगा। इसके कारण उत्तर बिहार में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। वहीं 11-12 जून को अनेक स्थानों पर मध्यम वर्षा हो सकती है। यह कहना है मौसम विभाग का। इस बार जल्द मानसून आने के पूर्वानुमान के बाद सूबे के अन्य हिस्सों के लोग अपने यहां के मौसम के बारे में जानकारी लेना चाह रहे हैं। खासकर नालंदा,राजगीर और हाजीपुर के लोग इसके बारे में इंटरनेट मीडिया पर सर्च कर रहे हैं।
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट की मानें तो 01 जून से 8 जून तक देश में मानसून 19 प्रतिशत अधिक वर्षा दे चुका है. दक्षिण हिस्सों में सामान्य से 47 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है. मध्य भारत में 21 प्रतिशत तो उत्तर पश्चिमी भारत में 32 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है. वहीं, उत्तर पूर्वी और पूर्व भारत में सामान्य से तीन प्रतिशत कम वर्षा हुई है!
अब से थोड़ी देर में धनबाद और बोकारो में जोरदार गरज के साथ फुहारें बरसेंगी। बिजली कड़के और बारिश के साथ वज्रपात की भी प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि अगले 48 घंटे के दौरान मानसून के प्रवेश करने की पूरी संभावना है। मानसून के आगमन के साथ ही 12 से 15 जून तक पूरे राज्य में भारी होगी। मौसम विभाग ने वज्रपात से सावधानी बरतने को आपदा प्रबंधन विभाग से जारी सतर्कता ऑडियो भी जारी किया है। जिसमें सुनसान जगहों पर पेड़ के नीचे खड़े न होने, बिजली कड़कने के दौरान घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
पिछले कुछ दिनों से जिले में बढ़ते तापमान को देखते हुए आगामी दिनों में गर्म हवाएं/लू चलने के आसार हैं। ऐसे में जिला आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त राघव शर्मा ने लोगों से सेहत के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि गर्म हवाएं/लू खतरनाक साबित हो सकती है। उन्होंने गर्म मौसम को देखते हुए लोगों को अपनी सेहत के प्रति सावधानियां बरतने को कहा है।
यूपी के कानपुर समेत आसपास के शहरों में गुरुवार को सुबह से ही मौसम सुहाना हो गया। कई जगहों पर हुई बारिश से लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिली। गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून उत्तर प्रदेश में लगभग एक हफ्ते पहले ही दस्तक दे सकता है। गुरुवार से ही प्री मानसून गतिविधियां शुरू हो गईं और अगले तीन-चार दिन में कानपुर मण्डल सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून की आमद हो सकती है। इसके साथ ही राजधानी में भी मॉनसून दस्तक दे सकता है। अगले तीन-चार दिन में राजधानी के साथ-साथ पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बौछारें पड़ने व तेज हवा चलने की संभावना है। मौसम विज्ञानी डॉक्टर एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक-दो दिन में कम दबाव का क्षेत्र बनेगा जिसके चलते मानसून सक्रिय होगा और अगले दो-तीन दिन में इसके पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की उम्मीद है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है।
राजस्थान में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है और राज्य में गंगानगर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 45.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, बृहस्पतिवार को पिलानी में अधिकतम तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 44.5 डिग्री, करौली में 44 डिग्री, सवाईमाधोपुर में 43.6 डिग्री, बीकानेर में 43 डिग्री और कोटा में 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं राज्य के अन्य शहरों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर शुक्रवार तक के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया गया है। मौसम को देखते हुए जिले के 20 गांव से एक हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिला अधिकारी निधि चौधरी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में जिले में औसतन 58 मिमी बारिश हुई है। भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर जिले में बृहस्पतिवार और शुक्रवार के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया गया। 12 और 13 जून के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है।
कई दिनों से भीषण गर्मी से जूझ रहे उत्तर प्रदेश के लोगों को जल्द राहत मिलने वाली है। इस सप्ताह के आखिरी में उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में प्री मॉनसून की बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। जोनल मौसम केंद्र की जारी रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी 11 जून से प्रदेश के पूर्वी हिस्सों के अधिकतर इलाकों में और पश्चिमी भागों में कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। वहीं, 12 जून को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होने की प्रबल संभावना है।
मुंबई में दक्षिण-पश्चिम मानसून के दस्तक देने से शहर में तथा उसके उपनगरों में बुधवार को भारी बारिश हुई जिससे सड़कों और रेल की पटरियों पर जलभराव हो गया तथा उपनगरीय ट्रेन सेवाएं बाधित हो गयी। मौसम विभाग ने मुंबई, पड़ोसी जिलों ठाणे, पालघर और रायगढ़ जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
उत्तराखंड में प्री-मानसून सीजन की पहली बारिश ने ही लोगों के सामने मुसीबत खड़ी कर दी है। राजधानी के मालदेवता लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पूरे क्षेत्र में भारी मलबा आ गया। कई घरों और दुकानों में भी मलबा भर गया है। फिलहाल किसी बड़े नुकसान की कोई सूचना नहीं है। वहीं घटना की सूचना पाकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी मौका मुआयना करने पहुंचे।
उत्तर प्रदेश में अगले तीन-चार दिन में मानसून के पहुंचने के आसार बढ़ गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, दक्षिणी-पश्चिमी मानसून पश्चिम बंगाल और ओड़ीसा में सक्रिय है। अगले दो से तीन दिन में यह झारखण्ड, बिहार होते हुए पूर्वांचल के रास्ते यूपी में दाखिल हो सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र की वेबसाइट पर भी अगले तीन दिन में पूर्वी यूपी में मानसून के आगमन का अनुमान जताया गया है। पिछले साल प्रदेश में मानसून 18 जून को सक्रिय हुआ था। इस बार प्रदेश में 12-14 जून तक मानसून दाखिल हो सकता है।
मध्यप्रदेश में बीते करीब 10 दिन से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग इसे प्री ऑनसेट की बारिश मानता है। अब तक 10 दिन में ही दोगुना पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार अब तक प्रदेश में सामान्यतः 15.7 मिमी (करीब आधा इंच) बारिश होती है, जबकि एक जून से 10 जून की सुबह तक यह 29.3 मिमी (एक इंच से ज्यादा) पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार जून लगभग इसी तरह चलेगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को महाराष्ट्र में भारी बारिश का अनुमान जताया है। मुंबई में तो दक्षिण-पश्चिम मानसून के दस्तक देने से शहर में तथा उसके उपनगरों में भारी बारिश हुई है, जिससे सड़कों और रेल की पटरियों पर जलभराव हो गया तथा उपनगरीय ट्रेन सेवाएं बाधित हो गयी। मौसम विभाग ने मुंबई, पड़ोसी जिलों ठाणे, पालघर और रायगढ़ जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए आगे भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
पूर्वी राज्यों में भी मानसून ने दस्तक दे दी है। बंगाल की खाड़ी के उत्तर में 11 जून को कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के कारण पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर बारिश हो सकती है और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी बंगाल के उपहिमालयी जिलों में पहले ही प्रवेश कर चुके दक्षिण पश्चिम मानसून के आगामी दो-तीन दिनों में राज्य के सभी हिस्सों में प्रवेश करने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच प्री-मानसून में होने वाली छिटपुट बारिश से लोगों को राहत मिलने के आसार हैं। हालांकि, पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के आगरा और मेरठ मंडलों में दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहा। इस अवधि में झांसी राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि दिल्ली में बुधवार को अधिकतम न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 11 जून तक मानसून महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों सहित तेलंगाना, आंध्र प्रदेश तक पहुंच जाएगा। इसके अलावा 11-13 जून के बीच ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और गुजरात तक मानसून पहुंचने का अनुमान है।
मानसूनी बारिश के पहले दिन बुधवार को ठाणे और पड़ोसी पालघर जिले में भूस्खलन और दीवारों के गिरने की घटनाएं सामने आईं। ठाणे नगर निगम (टीएमसी) के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने कहा कि इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन भारी बारिश के दौरान पेड़ों के गिरने से कम से कम छह वाहनों को नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि मुंब्रा में पनवेल-कलवा रोड और मुंब्रा बाइपास रोड पर भूस्खलन होने की खबर है। उन्होंने कहा कि सड़कों को साफ करने और वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। कदम ने कहा कि इसके अलावा सावरकर नगर और मनोरमा नगर में दो आवासीय परिसरों की चहारदीवारी की दीवारें बारिश के कारण ढह गई।
पश्चिम बंगाल में 13 जून तक कई जिलों में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना जताई है। उसने बताया कि मुर्शिदाबाद, नादिया और उत्तर 24 परगना जिले में एक या दो स्थानों पर बुधवार को भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि यह गुरुवार से पूर्व और पश्चिम मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना में पहुंचेगा। कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में शुक्रवार से भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के मद्देनजर मछुआरों को 11 जून से समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।