Weather Forecast: राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश का दौर जारी रहा। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान पूर्वी हिस्सों के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान बूंदी के हिंडोली में 15 सेंटीमीटर, भीलवाडा के बिजोलिया में 13 सेंटीमीटर, जहाजपुर में 13 सेंटीमीटर,बांसवाडा के बागीडोरा में 13 सेंटीमीटर, प्रतापगढ में 11 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 32 जिलों में शुक्रवार को भी जमकर बारिश हुई। भोपाल में सुबह से ही जोरदार बारिश देखने को मिली। सुबह 8.30 बजे तक 163.18 इंच बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने झारखंड में 13 से 16 सितंबर तक भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। विभाग ने कहा है कि इस दौरान बादल तेजी से गर्जेंगे और कई जगहों पर भारी से हल्की बारिश होगी। इसके अलावा कुछ जगह पर वज्रपात भी होगा।


चित्रकूट जिले में तीन अलग-अलग जगहों में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गयी और तीन अन्य झुलस गए। पुलिस ने बताया कि ''गुरुवार को बारिश के दौरान कंठीपुर गांव में खेत से चारा काट कर घर वापस लौट रही महिला शिवकुमारी (45) की बिजली के करंट की चपेट में आने से मौत हो गयी, जबकि उसके साथ आ रहा पप्पू झुलस गया है। इसी प्रकार भौंरी गांव में भैंस चरा रहा मुखिया यादव बिजली से झुलस गया है और उसकी दो भैंसों की मौत हो गयी है। तीसरी घटना में बैया पुरवा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से कल्लू झुलस गया है।''
पंजाब के पठानकोट जिले के एक गांव में भारी बारिश के बाद एक घर की छत गिर गई। इस घटना में एक महिला और उसके दो बच्चों की मौत हो गई जबकि परिवार के चार अन्य सदस्य घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि घटना बृहस्पतिवार की रात की है। उस वक्त पूरा परिवार घर में सो रहा था। सुजानपुर के थाना प्रभारी निरीक्षक अश्विनी कुमार ने बताया कि कालीहरि गांव में घटी इस घटना में 40 वर्षीय महिला और उसके 13 वर्ष तथा 10 वर्ष के दो बच्चों की मौत हो गई। घटना में चार अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
जयपुर के भीलवाड़ा, बूंदी, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ में शुक्रवार को जमकर बारिश हुई। प्रतापगढ़ में तो पिछले तीन दिन से बारिश हो रही है। प्रतापगढ़ में इस सीजन में अब तक कुल 101 इंच बरसात हो चुकी है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी।
मौसम विभाग ने झारखंड में 13 से 16 सितंबर तक भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। विभाग ने कहा है कि इस दौरान बादल तेजी से गर्जेंगे और कई जगहों पर भारी से हल्की बारिश होगी। इसके अलावा कुछ जगह पर वज्रपात भी होगा।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 32 जिलों में शुक्रवार को भी जमकर बारिश हुई। भोपाल में सुबह से ही जोरदार बारिश देखने को मिली। सुबह 8.30 बजे तक 163.18 इंच बारिश दर्ज की गई है।
राजस्थान के बांसवाड़ा में बारिश का दौर लगातार जारी है। जिले में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश हुई। सुबह से लगातार बारिश जारी है। जिले के निचले इलाकों में पानी भर गया। पिछले 24 घंटे में 6 इंच बरसात रिकॉर्ड की गई है।
इंदौर में शुक्रवार को भी भारी बारिश का दौरा जारी रहा। यहां 46 इंच की बारिश दर्ज की गई। इंदौर के साथ-साथ मालवा-निमाड़ में भी बारिश हुई। इंदौर में सुबह रुक-रुककर बारिश देखने को मिली थी। सुबह के वक्त मौसम सुहाना हो गया और चारों तरफ अंधेरा छा गया था। जिसके बाद लोगों को अपने-अपने घरों की लाइट्स ऑन करनी पड़ी।
हिमचाल प्रदेश के धर्मशाला में बारिश की संभावना जताई गई है। हिमाचल प्रदेश मानसून विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि यहां अगले पांच दिनों तक कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में गौतमपुरा इलाके में दो युवक नाला पार करते हुए बह गए। इसके बाद लोगों ने ह्यूमन चेन बनाकर दोनों का रेस्क्यू करने की कोशिश की। इस कोशिश में एक युवक को बचा लिया गया। लेकिन दूसरा अभी तक नहीं मिल सका। मालूम हो कि मध्य प्रदेश में बीते कई दिनों से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने इंदौर में भी अगले कुछ दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मध्यप्रदेश के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी है। राज्य के इंदौर में भारी बारिश के कारण बारिश का पानी महाराजा यशवंतराव अस्पताल में घुस गया।
दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के भागों पर अभी भी एक निम्न दवाब का क्षेत्र बना हुआ है। स्काइमेटवेदर.कॉम के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से उत्तरी मध्य प्रदेश, निम्न दवाब क्षेत्र के मध्य से झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल से बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही है।इस बीच, जम्मू-कश्मीर, पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा में मौसम शुष्क बना रहा।
विभाग के अनुसार बुधवार साढ़े आठ से बृहस्पतिवार साढ़े बजे तक राज्य के होशंगाबाद में सबसे अधिक 16 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि नसरूल्लागंज में 15 सेंटीमीटर, रेहली एवं बुधनी में 13-13 सेंटीमीटर, नलखेडा में 12 सेंटीमीटर, हटा में 10 सेंटीमीटर, बेगमगंज में 9 सेंटीमीटर और कोमता, नरसिंहपुर एवं बाटासिवनी में 8-8 सेंटीमीटर वर्षा हुई। शुक्ला ने बताया कि अगले दो दिनों तक मध्य प्रदेश में भारी बारिश का यह दौर जारी रहने की संभावना है।
ओडिशा में भारी बारिश के कारण मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण राज्य के कई हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में मछुआरे मछली पकड़ने के लिए अगले कुछ दिन समुद्र में ना जाएं।
दिल्ली में सितंबर में उम्मीद से कम बारिश होने का अनुमान है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि इस साल सितंबर में पिछले साल के मुकाबले कम बारिश हो सकती है। स्काईमेट वेदर के महेश पलावत ने बताया कि मध्य भारत के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र मानसून को उत्तरी दिशा में जाने से रोक रहा है। इस कारण राजधानी में इस बार पहले की तुलना में कम बारिश हुई है। सितंबर में अभी तक 48.6 एमएम बारिश ही हुई है। यह सामान्य बारिश की तुलना में 39 फीसदी कम है।
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटे में हल्की बारिश दर्ज की गई। शिमला मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य के बरथीन में 11 एमएम, गग्गल में 7 एमएम, नैना देवी में 6 एमएम, बिलासपुर में 4 एमएम, पोंटा साहिब और पालमपुर में 2-2 एमएम बारिश दर्ज की गई।
मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से केवल दो जिलों --शहडोल एवं सीधी में ही वहां होने वाली बारिश से औसतन कम बारिश हुई है। शहडोल में सामान्य से 21 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है, जबकि सीधी में 24 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। शुक्ला ने बताया कि राज्य के अन्य जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हुई है। मंदसौर जिले में सबसे अधिक बारिश 1625 मिलीमीटर दर्ज की गई है, जो वहां पर होने वाली बारिश से 122 प्रतिशत अधिक है।
ओडिशा के कई हिस्सों में शनिवार तक बारिश जारी रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने ओडिशा के 30 जिलों में से 22 जिलों में बारिश होने की बात कही है। स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार राज्य में चक्रवाती सर्कुलेशन का असर देखने को मिल सकता है। इसके साथ ही झारखंड और आसपास के राज्यों में बारिश होगी। अगस्त से बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने पांच कम दबाव के क्षेत्र के कारण उत्तरी और दक्षिण ओडिशा में बारिश देखने को मिल रही है।
झारखंड के गढ़वा जिले में मझिआंव के पासी टोला में बृहस्पतिवार दोपहर लगभग 12 बजे वज्रपात की घटना में आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं, तीन लोग घायल हो गए हैं। घायलों को मझिआंव के रेफरल अस्पताल से गढ़वा के सदर अस्पताल भेज दिया गया है। मझिआंव में तेज बारिश के बीच दर्जन भर लोग एक महुआ के पेड़ के नीचे रुक गये तभी उन पर यह वज्रपात हो गया। छह लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी जबकि पांच अन्य घायल हो गये। घायलों में दो की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गयी।
मध्य प्रदेश में इस मानसून के दौरान अब तक सामान्य से 28 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। भारत मौसम विभाग के भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि मध्य प्रदेश में एक जून से 12 सितंबर सुबह तक 1100 मिलीमीटर वर्षा हुई है। यह इस अवधि में होने वाली सामान्य बारिश से 28 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में राज्य में 861 मिलीमीटर बारिश सामान्य मानी जाती है। शुक्ला ने बताया कि एक जून से 30 सितंबर तक मध्य प्रदेश में औसतन 952 मिलीमीटर बारिश होती है। उन्होंने कहा कि यदि अब इस मानसून में मध्य प्रदेश में बारिश नहीं भी होती है, तो भी राज्य में साल भर के लिए पर्याप्त पानी हो जाएगा।
मध्य प्रदेश के विभिन्न भागों में हो रही भारी बारिश के चलते राजधानी भोपाल जिले के बैरसिया में बृहस्पतिवार को उफनते नाले में एक किशोर की डूबने से मौत हो गई। बैरसिया पुलिस थाने के इंस्पेक्टर एस एन पांडे ने बताया कि उफनते नाले में डूबने से सुमित मैना की मौत हो गई। वह करीब 16 वर्ष का था। उसका शव इमलियानरेंद गांव में इस नाले से बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि नाले से निकालने के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।