Weather forecast Today: कश्मीर के उच्चे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद राजमार्गों को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में हल्की बारिश या बर्फबारी का अनुमान जताया है। मौसम विभागअधिकारियों ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यहां बताया कि उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के गुलमर्ग में प्रसिद्ध स्की-रिसॉर्ट में करीब छह इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि घाटी और लद्दाख के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में रात भर ताजा बर्फबारी हुई जो सुबह भी जारी रही। उन्होंने कहा कि गुरेज सहित कश्मीर के अन्य ऊंचे इलाकों में भी ताजा बर्फबारी की खबर है। दिल्ली में लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी स्मॉग की मोटी परत छायी रही। प्रतिकूल मौसम के कारण प्रदूषक कण नहीं छंटे। हालांकि रविवार तक वायु गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 463 था और द्वारका सेक्टर आठ सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र रहा, जहां एक्यूआई 495 था। वायु गुणवत्ता की निगरानी करने वाले अधिकतर स्टेशनों ने एक्यूआई 450 से अधिक दर्ज किया। विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और हवा की मंद गति के कारण प्रदूषण कणों का घेराव जस का तस बना रहता है।


स्काईमेटवेदर की रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल तथा दक्षिणी कर्नाटक में नार्थईस्ट मॉनसून की वर्षा जारी रहेगी, केरल तथा कर्णाटक के उत्तरी जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, बीकानेर, होशियारपुर, अमृतसर, सिरसा समेत राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के पश्चिमी भागों में बारिश के आसार हैं।
राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में पिछले तीन से चार दिनों से हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। इसके अलावा, राज्य के कुछ दक्षिण-पश्चिमी जिलों में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी देखने को मिली।
राजस्थान के पश्चिमी जिलों में बारिश जारी रहने का अनुमान है। स्काइमेटवेदर के अनुसार राज्य के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चुरु और बीकानेर में हल्की बारिश के आसार हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश के अन्य भागों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि ठंड बढ़ने पर पहाड़ों में पाला और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा बढ़ेगा। प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी से ठंड बढ़ेगी। इसका असर पूरे प्रदेश पर पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी से पूरे प्रदेश में तापमान गिरेगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक की कमी हो सकती है।
मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य के 3500 मीटर और इससे अधिक ऊंचाई वाले ज्यादातर इलाकों में आज भी हल्की बर्फबारी हो सकती है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में बर्फ गिरने के ज्यादा आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली और एनसीआर में बीते कुछ दिनों से लगातार वायु गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। राजधानी में लोधी रोड पर सुबह 7 बजे एक्यूआई 500 पहुंच गया था। वहीं एनसीआर में गाजियाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 486 दर्ज किया गया है।
कुल्लू घाटी में बदलते मौसम के मिजाज ने अधिक ठंड बढ़ा दी है। वहीं घाटी के ऊपरी इलाकों में आसमान से बरस रही सफेद आफत ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया है। वहीं अब घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में भी बर्फबारी का दौर फिर शुरू होने से यहां के ग्रामीणों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काइमेटवेदर के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता नवंबर के अंत तक बढ़ने लगेगी और इन पश्चिमी विक्षोभों का असर उत्तरी मैदानी इलाकों पर महसूस किया जाएगा क्योंकि वे पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाऔ का क्षेत्र बनेगा को, जिससे इन राज्यों में शीतकालीन वर्षा होगी।
जम्मू और कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है और उत्तरी राजस्थान पर इसका प्रेरित चक्रवाती प्रवाह देखा जाता है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर चिह्नित है। इसके अलावा, नाम हवाओं के रूप में चक्रवात महा के अवशेष राज्य में पहुँच रहे हैं।
सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी एवं पूर्वानुमान सेवा ने बताया कि 14 नवंबर को पराली जलाने की केवल दो घटनाओं का पता चला, लेकिन यह संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि संभव है कि बादल छाये रहने के कारण उपग्रह पराली जलाने की घटना का ठीक से पता नहीं लगा पाये होंगे। इसने बताया कि पराली जलाने से दिल्ली में प्रदूषण में सिर्फ 10 प्रतिशत इजाफा होने की संभावना है।
राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिमी हिस्सों के एक स्थान पर भारी बारिश एवं कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान बाड़मेर के रामसर में सात सेंटीमीटर, बाड़मेर में चार सेंटीमीटर, गडरा में चार सेंटीमीटर, बीकानेर के कोलायत मगरा में तीन सेंटीमीटर, बाडमेर तहसील में तीन सेंटीमीटर, जोधपुर के फलौदी में तीन सेंटीमीटर,बाडमेर के शिव में तीन सेंटीमीटर और अन्य कई स्थानों पर दो सेंटीमीटर से एक सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई।
उत्तराखंड के बारिश और बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है जम्मू और कश्मीर के बाद धीरे-धीरे उत्तराखंड में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बद्रीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री जैसी जगहों पर भी बर्फबारी हो सकती है।
ओडिशा में एक 7 सदस्यीय अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल चक्रवात बुलबुल से हुई क्षति का आकलन करेगी। अधिकारी ने बताया कि यह दल भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और बालासोर जिलों का दौरा कर केंद्र को कुल नुकसान की रिपोर्ट सौंपेगी। बृहस्पतिवार को यहां पहुंचने के तुरंत बाद गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव (सीआईसी) सहेली घोष रॉय के नेतृत्व में दल ने भद्रक जिले के चांदबाली में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।