महाराष्ट्र के अलीबाग में दस्तक देने के बाद बुधवार दोपहर बाद और शाम को गुजरात के दक्षिणी तटीय इलाकों में चक्रवात निसर्ग की वजह से कोई बड़ा नुकसान होने की खबर नहीं है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गुजरात सरकार ने एहतियाती कदम के तौर पर आठ जिलों में तट के पास रहने वाले 63,700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था और राहत कार्य के लिये राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 18 टीमों और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की छह टीमों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया था।
गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग तटीय महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के रुप में कमजोर हो गया है। अगले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अलग-थलग स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, से भारी वर्षा की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी दी।
प्रदेश के राहत आयुक्त हर्षद पटेल ने कहा कि गनीमत रही कि चक्रवात बिना जानमाल के किसी बड़े नुकसान के गुजर गया। इस दौरान गुजरात के कई इलाकों में रुकरुकर बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पहले ही कहा था कि गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग बुधवार देर शाम तक कमजोर हो जाएगा।
चक्रवाती तूफान निसर्ग के चलते मुंबई में तेज बारिश और आंधी के चलते नरीमन प्वाइंट और कालाचौकी इलाके में पेड़ जड़ से उखड़ गए हैं और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 129 साल बाद मुम्बई में चक्रवात आया है।
Cyclone Nisarga के दौरान क्या करें और क्या नहीं? CMO ने दिए टिप्स
मौसम विभाग के मुताबिक अम्फान की तरह यह भी यह गंभीर रूप धारण कर सकता है। मंगलवार शाम से महाराष्ट्र बारिश हो रही है। इस तूफान से पालघर और रायगढ़ स्थित केमिकल और परमाणु संयत्र पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है। उनकी सुरक्षा के लिए सावधानियां बरती जा रही हैं।
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गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग तटीय महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के रुप में कमजोर हो गया है। अगले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अलग-थलग स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, से भारी वर्षा की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी दी।
महाराष्ट्र, पुणे एयरपोर्ट में आज मौसम की स्थिति के कारण 6 उड़ानों को डायवर्ट और 1 को रद्द कर दिया गया। एयरपोर्ट निदेशक ने इस बात की जानकारी दी।
चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ बुधवार दोपहर महाराष्ट्र तट पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ पहुंचा। ऐसे में मुंबई और इसके पड़ोसी इलाके इसका सामना करने के लिये तैयार हैं। मुंबई 72 साल में पहली बार चक्रवात का सामना कर रहा है।
आईएमडी के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राहुल मोहन ने मंगलवार को बताया था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल पहुंच गया है और छह जून तक गोवा पहुंचेगा।
तूफान निसर्ग कमजोर पड़ रहा है। मौसम विभाग ने निसर्ग तूफान की वजह से तेज हवा और भारी बारीश की चेतावनी जारी की थी। हालांकि अब समंदर पहले से शांत हो गया है ओर बारिश भी रुक-रुक कर हो रही है।
तूफान निसर्ग का सबसे ज्यादा असर रायगढ़, सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिले में देखने को मिल रहा है। तेज हवाओं ने कई जगहों पर तबाही मचाई है, जगह जगह पेड़ उखड़े हैं और बिजली सप्लाई पर भी इसका असर पड़ा है।
तूफान निसर्ग के आज दोपहर महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग पहुंचने से पहले मध्य रेलवे ने मुंबई से कुछ ट्रेनों के मार्गों को बदला है और कुछ के समय में परिवर्तन किया है। मध्य रेलवे (सीआर) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुम्बई से चलने वाली पांच विशेष ट्रनों का समय बदला गया है और तीन विशेष ट्रेनों का मार्ग को बदला जाएगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने समुद्र में तेज लहरों के कारण मछुआरों को समुद्र से दूर रहने को कहा है। गोवा सरकार द्वारा नियुक्त एक जीवन रक्षा एजेंसी ‘दृष्टि’ ने लोगों से समुद्र में नहीं जाने की अपील की है और 105 किलोमीटर लंबी राज्य तटीय रेखा के पास अधिकांश स्थानों पर लाल झंडे लगाए हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार शाम को कहा था कि अगले 24 घंटे में कर्नाटक-गोवा तटों पर और पूर्वी मध्य अरब सागर के पास 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है। इसके चलते राज्य के कई निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
आईएमडी के मुताबिक अगले 6 घंटे के दौरान चक्रवाती तूफान गंभीर रूप ले सकता है। एनडीआरएफ ने दोनों राज्यों के तटीय जिलों में 33 टीमें तैनात की हैं। वहीं नौसेना के मुंबई स्थित पश्चिम कमान ने भी अपनी सभी टीमों को अलर्ट कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र, गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बातकर मदद का भरोसा दिया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है 'हवा की गति 85-95 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 110 किमी प्रति घंटा हो गई है। ' लैंडफॉल के बाद गंभीर चक्रवाती तूफान के लगभग 6 घंटे तक अपने तीव्रता बनाए रखने की संभावना है।
मुंबई में हो रही तेज़ बारिश और आंधी के बीच नरीमन प्वाइंट इलाके में पेड़ जड़ से उखड़ गए। कालाचौकी इलाके में पेड़ गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हुए। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 129 साल बाद मुम्बई में चक्रवात आ रहा है।
चक्रवात निसर्ग का केंद्र महाराष्ट्र तट के बहुत नजदीक है। लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है और ये अगले 3 घंटों में पूरी होगी। इसको ध्यान में रखते हुए मुंबई पुलिस ने बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
रायपुर के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज जिले में बादल छाए रहने के साथ-साथ बारिश या धूलभरी आंधी चलने का अनुमान लगाया था।
चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के राज्य में पहुंचने से पहले गुजरात के वलसाड और नवसारी जिलों के तटीय इलाकों में रहने वाले करीब 43,000 लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 13 दल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के छह दलों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। सरकार ने कहा कि एनडीआरएफ के पांच और बलों को बुलाया गया है। वलसाड के कलेक्टर आर. आर. रवाल ने कहा, ‘‘ हमने अभी तक तटीय इलाकों पर रहने वाले करीब 32,000 लोगों को अस्थायी आश्रय गृहों में भेजा है। अभी बादल छाए हैं लेकिन हवा चलनी अभी शुरू नहीं हुई है।’’ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि नवसारी जिले के विभिन्न गांवों से करीब 11,000 लोगों को निकाला गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात के गुजरात के तट पर ना पहुंचने का भी संकेत दिया है और कहा है कि राज्य के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने और भारी बारिश के साथ इसका असर जरूर दिखेगा।
चक्रवात निसर्ग को देखते हुए बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं है। मुंबई पुलिस के डीसीपी का कहना है कि चक्रवात मुंबई की तटीय क्षेत्रों पर प्रभावित करेगा है, हालांकि इसका मुख्य प्रभाव रायगढ़ में बताया जा रहा है लेकिन मुंबई शहर भी इससे प्रभावित रहेगी।इसके अंतर्गत मुंबई पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी है पुलिस स्टेशन में सभी स्टाफ लोगों की सहायता करने के लिए तैनात हैं।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि चक्रवात का प्रभाव कम होने तक लोग घरों से ना निकलें। पवार के हवाले से जारी बयान में कहा गया कि चक्रवात ‘निसर्ग’ के महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग पहुचंने के मद्देनजर मुम्बई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग जिले के लोग सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। पवार राज्य के वित्त मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि चक्रवात से किसी की जान ना जाए यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने जीवन रक्षक बल, दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को तटीय इलाकों के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा था कि चक्रवाती तूफान के मद्देनजर एनडीआरएफ के 15 और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के चार दलों को तटीय जिलों के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है। आईएमडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चक्रवात ‘निसर्ग’ मुम्बई से करीब 190 किलोमीटर दूर अरब सागर पर मंडरा रहा है और उसके बुधवार दोपहर एक बजे से शाम चार बजे के बीच तटीय शहर अलीबाग पहुंचने की आशंका है।
पहले मध्य रेलवे ने मुंबई से कुछ ट्रेनों के मार्गों को बदला है। बदलाव के बाद एलटीटी- गोरखपुर विषेष अब सुबह 11 बजकर 10 मिनट की बजाय रात आठ बजे रवाना होगी। एलटीटी- तिरुवनंतपुरम विशेष सुबह 11 बजकर 40 की बजाय शाम छह बजे और एलटीटी-दरभंगा विशेष दोपरह सवा 12 की बजाय रात साढ़े आठ बजे रवाना होगी। इसके अलावा एलटीटी-वाराणसी विशेष दोपहर 12 बजकर 40 मिनट की बजाय रात नौ बजे और सीएसएमटी-भुवनेश्वर विशेष दोपहर तीन बजकर पांच मिनट की बजाय रात आठ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से रवाना होगी। सीआर ने कहा कि बुधवार को सुबह साढ़े 11 बजे आने वाली पटना-एलटीटी विशेष और दोपहर सवा दो बजे आने वाली वाराणसी-सीएसएमटी विशेष के मार्ग को बदला जाएगा और वे समय से पहले यहां पहुंचेंगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि चार बजकर 40 मिनट पर आने वाली तिरुवनंतपुरम-एलटीटी विशेष का मार्ग पुणे से परिवर्तित किया जाएगा और वह लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) पर समय से पहले पहुंचेगी।
चक्रवाती तूफान निसर्ग के मद्देनज़र CMO ने टिप्स दिये हैं। इस दौरान उन्होने लोगों को बताया है कि क्या करना है और क्या नहीं।
अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से गोवा में बुधवार सुबह भारी बारिश होने के साथ ही तेज हवाएं भी चली, जिससे इस तटीय राज्य के कुछ निचले इलाकों बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने समुद्र में तेज लहरों के कारण मछुआरों को समुद्र से दूर रहने को कहा है। गोवा सरकार द्वारा नियुक्त एक जीवन रक्षा एजेंसी ‘दृष्टि’ ने लोगों से समुद्र में नहीं जाने की अपील की है और 105 किलोमीटर लंबी राज्य तटीय रेखा के पास अधिकांश स्थानों पर लाल झंडे लगाए हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार शाम को कहा था कि अगले 24 घंटे में कर्नाटक-गोवा तटों पर और पूर्वी मध्य अरब सागर के पास 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है....। इसके चलते राज्य के कई निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह न्यास (जेएनपीटी) ने भी कहा है कि उसने तूफान के दौरान कठिनाई कम करने के लिए विभिन्न उपाय किए है। बंदरगाह प्रबंधकों ने सुरक्षा की दृष्टि से यात्री पोतों की सेवाएं निलंबित कर दी हैं। वहीं गुजरात सरकार ने कहा है कि अब तक 50 हजार से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित जगह स्थानांतरित कर दिया गया है। बताया गया कि 140 आश्रय स्थानों में लोगों को शिफ्ट किया गया।
मुंबई के अलीबाग से एसपी अनिल पारस्कर का कहना है कि हर बीच पर पुलिस तैनात है, 144कर्फ्यू का ऑर्डर है तो हर जगह से लोगों को निकाल दिया गया है। कल हमने 12000लोगों को (स्कूल,समाज मंदिर)में शिफ्ट किया है। 6 तटीय पुलिस स्टेशन में 800 पुलिसकर्मी तैनात हैं साथ ही चक्रवात प्रभावित गांवों में हमारे10-10टीमें तैनात है।
पणजी में शहर के कुछ हिस्सों में तेज़ हवा के साथ झमाझम बारिश हो रही है। सुबह साढ़े आठ बजे रत्नागिरी में 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। 55-65 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही हवाएं कोंकण तट की ओर बढ़ रही हैं और ये इस दौरान तफ्तार बढ़ा रही हैं। आशंका है कि चक्रवात के दस्तक देने के वक्त 100 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि निसर्ग तूफान आज दोपहर में तट को पार करेगा, तब इसकी गति 100-120 प्रति घंटा रहने की उम्मीद है खासतौर पर मुंबई, ठाणे, रायगढ़ में। दक्षिण कोंकण में भारी वर्षा अभी रिकॉर्ड की गई है, उम्मीद है कोंकण में बारिश जारी रहेगी। आधी रात के बाद तूफान कमजोर होगा।
महाराष्ट्र में NDRF की 20 टीमों की तैनाती - मुंबई 8 टीमें, रायगढ़ 5 टीमें, पालघर 2 टीमें, ठाणे 2 टीमें (1 एनराउट), रत्नागिरी 2 टीमें और सिंधुदुर्ग 1 टीम: राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ने महाराष्ट्र में NDRF की 20 टीमों की तैनाती की है।
IMD वैज्ञानिक शुभांगी भूटे का कहना है कि निसर्ग तूफान गंभीर चक्रवाती तूफान बन गया है। हवा की रफ्तार 100-120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। पूरे रायगढ़, मुंबई, ठाणे, पालघर में भारी से भारी वर्षा की संभावना है। आज दोपहर 1-3 बजे के बीच ये अलीबाग के दक्षिण में टकराएगा।
महाराष्ट्र के नॉर्थ रत्नागिरी के क्षेत्रों में तेज़ हवा के साथ झमाझम बारिश हो रही है। वहीं आज सुबह तड़के खंबात तट पर NDRF की टीमें पहुंची। इसके अलावा एक-एक टीम तड़के दहानू, पालघर, रायगढ़ तट पर पहुंची।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भारत-बांग्लादेश सीमा पर बुधवार सुबह करीब 7.10 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। स्थानीय प्रशासन से इस संबंध में मिली जानकारी के बाद रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है। हालांकि अब तक इस भूकंप के कारण किसी भी प्रकार के जानमान के नुकसान की खबर नहीं मिली है।
एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने एएनआई को बताया कि खंबात तट पर टीमें तैनात की गई हैं। न्यूज़ एजेंसी ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है।
आईएमडी के मुताबिक अगले 6 घंटे के दौरान चक्रवाती तूफान गंभीर रूप ले सकता है। एनडीआरएफ ने दोनों राज्यों के तटीय जिलों में 33 टीमें तैनात की हैं। वहीं नौसेना के मुंबई ्सि्थत पश्चिम कमान ने भी अपनी सभी टीमों को अलर्ट कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र, गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बातकर मदद का भरोसा दिया।
निसर्ग तूफान को देखते हुए गुजरात और महाराष्ट्र सरकार ने कुछ तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। मछुआरों से समुद्र में ना जाने की अपील की गई है। एक मछुआरे ने बताया कि सभी मछुआरे अपनी नावों को लेकर वापिस किनारों पर लौट रहे हैं। हम एक दूसरे को जागरुक कर रहे हैं। अभी तो कुछ नहीं लग रहा है पर अगर यहां से तूफान गुजरेगा तो थोड़ा-बहुत झटका तो लगेगा ही।
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह न्यास (जेएनपीटी) ने कहा है कि तूफान के दौरान कठिनाई कम करने के लिए कई उपाय किए गए है। बंदरगाह प्रबंधकों ने सुरक्षा की दृष्टि से यात्री पोतों की सेवाएं निलंबित कर दी हैं। जेएनपीटी ने भारतीय मौसम विभाग के अनुमान का हवाला देते हुए कहा है कि चक्रवात के तट पर प्रवेश के समय 50-60 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। लंगर डाले जहाजों से मंगलवार सात 11 बजे तक सामान उतरवा उन्हें बंदरगाह क्षेत्र से बाहर करने की योजना पर काम चल रहा था। प्रवेश के लिए इंतजार कर रहे जहाजों को स्थिति सामान्य होने तक रुके रहने का निर्देश है।
नागर विमानन महानिदेशालय ने भी एक परिपत्र जारी करके एयरलाइनों और पायलटों को खराब मौसम में विमान सेवाओं के परिचालन के संबंध में स्थायी दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा है। हवाई अड्डे पर बिजली की आपातकालीन व्यवस्था के लिए डीजल जनरेटरों का विशेष प्रबंध किया गया है।
मुंबई पर समुद्री चक्रवात के खतरे को देखते हुए महानगर के हवाईअड्डे और बंदरगाहों पर अधिकारियों ने सुरक्षा के विषेश प्रबंध किए हैं। चक्रवात निसर्ग बुधवार को मुंबई के निकट तट पर पहुंचेगा।
मंगलवार को उत्तर भारत में तापमान सामान्य रहा और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहे, जबकि मौसम विभाग ने राजस्थान के कुछ इलाकों में अगले दो दिनों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ बुधवार को महाराष्ट्र के तट पर पहुंचेगा। इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर की गति से हवाएं चल सकती हैं। यह गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
देश में पूर्व से पश्चिम तक मौसम अपना कठोर रूप दिखा रहा है। पूरब स्थित असम में मंगलवार को भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। वहीं पश्चिम भारत के कई इलाकों में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है जबकि दक्षिण भारत के कई जिलों में मानसून की वजह से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
आईएमडी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल आनंद शर्मा ने कहा कि लंबी अवधि के आंकड़ों के अनुसार जुलाई महीने में पूरे भारत में 103 फीसदी और अगस्त महीने में करीब-करीब 97 फीसदी बारिश होगी। चक्रवात निसर्ग पर उन्होंने कहा कि दक्षिण गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र में इसका ज्यादा असर देखने को मिलेगा।
भारतीय मौसम विभाग ने अगले दो घंटों में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में आंधी और बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो घंटों के दौरान हरियाणा के करनाल, सोनीपत और पानीपत को अलावा उत्तर प्रदेश के शामली, बागपत, गाजियाबाद, मोदीनगर, मेरठ और दिल्ली के कई स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।
मंगलवार को राज्य में अधिकतम तापमान जैसलमेर में 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा बाड़मेर में 39.6 डिग्री, जोधपुर में 38.2 डिग्री, जयपुर में 37.4 डिग्री, अजमेर में 37.0 डिग्री, चुरू में 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने आगामी दो-तीन दिन में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिन राज्य के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहेंगे। कहीं बारिश होगी तो कहीं तेज हवाएं चलने का अनुमान है। विभाग के जयपुर के केंद्र के अनुसार बदले मौसम के कारण बुधवार को पूर्वी राजस्थान में बारां, झालावाड़, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही व उदयपुर में तथा पश्चिमी राजस्थान के पाली व जालौर में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान राज्य के बाकी हिस्सों में भी कहीं कही ओलावृष्टि, बादल छाये रहने, हल्की बारिश, ओलावृष्टि तथा 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। बृहस्पतिवार को भी पूर्वी राजस्थान में बासंवाड़ा, बारां, डूंगरपुर, कोटा, झालावाड़, प्रतापगढ़ व उदयपुर तथा पश्चिमी राजस्थान में पाली तथा जालौर में भारी अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। पिछले कई दिनों से मौसम में आए बदलाव के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई है। इससे अधिकतम तापमान में अच्छी खासी गिरावट दर्ज की गयी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि अरब सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र की स्थिति और गहरी हो गई है तथा आगे यह चक्रवाती तूफान में तब्दील होगी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया , ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी तथा दमन दीव दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के . पटेल से चक्रवात की स्थिति को लेकर बात की। ’’ कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।