Weather forecast Today, Monsoon and Temperature: दक्षिण पश्चिम मानसून राजस्थान के अन्य हिस्सों में सक्रिय होने से राज्य के पूर्वी हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून की स्थिति सकारात्मक होने के कारण आगामी 48 घंटों में मानसून के राज्य के अन्य भागों में सक्रिय होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मानसून राज्य के पूर्वी हिस्सों के अलावा पश्चिमी हिस्सों के कुछ भागों में सक्रिय रहा।
पिछले 24 घंटों के दौरान झालावाड के पचपहार में 6 सेंटीमीटर, जालौर के सायला में 6 सेंटीमीटर, बाडमेर के सिवाना में 5 सेंटीमीटर, अकलेरा-बालोतरा में 4-4 सेंटीमीटर, गंगधार-रानीवाडा-भीनमाल में 3-3 सेंटीमीटर, डग, मंडाना, मंडरायल, आबूरोड, सुमेरपुर, डेगाना और ऐरनपुरा में 2-2 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं आज सुबह से शाम पांच बजे तक जोधपुर में 44.5 मिलीमीटर बारिश और कोटा में बूंदाबांदी दर्ज की गई।
Highlights
मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि अगले 48 घंटों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। विभाग के मुताबिक मानसून उत्तरी अरब सागर के शेष भागों के साथ-साथ गुजरात, मप्र, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के शेष भागों और हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में पहुंच सकता है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बुधवार को कहा कि बाढ़ के पानी के संपर्क में आने वालों लोगों को पानी से होने वाली बीमारी लेप्टोस्पाइरोसिस (जीवाणुओं से होने वाले संक्रमण) से बचने के लिए दवा लेनी चाहिए। पिछले दो दिनों में मुंबई में हुई भारी बारिश के कारण शहर के लोग जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। इस बारिश ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 26 जुलाई, 2005 के 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद एक बांध में दरार आने से निचले इलाकों के गांवों में बाढ़ जैसे हालात के बीच 23 लोगों के मरने की आशंका है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक 11 लोगों के शव बरामद किये जा चुके हैं।उन्होंने बताया कि मृतक संख्या के 23 होने की आशंका है। जिले के एक अधिकारी ने बताया कि रत्नागिरि जिले के चिपलुन तालुका के तिवारे बांध की जल संग्रहण क्षमता 20 लाख घन मीटर है। भारी बारिश के बाद मंगलवार देर रात इसमें दरार आ गई।बांध में दरार की वजह से निचले इलाके में पड़ने वाले सात गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमानन कंपनियों को कड़ी चेतावनी देते हुए बुधवार को कहा कि खराब मौसम में विमानों को ‘‘अनस्टैबलाइज्ड अप्रोच’’ के साथ नीचे उतारने से बचना चाहिए और उन्हें एक और चक्कर लगाने के बाद पुन:प्रयास करना चाहिए। साथ ही ऐसा नहीं करने पर दंडात्मक कार्रवाई की बात भी कही है।डीजीसीए ने मंगलवार को सभी विमानन कंपनियों के भेजे गए संदेश में कहा है कि वे कॉकपिट में अनुभवी चालक दल का होना सुनिश्चित करें और किसी भी विमान के लिए चालक दल का निर्धारण करने से पहले खराब मौसम में विमान उड़ाने पर होने वाली थकान को भी ध्यान में रखें।
देश में मानसून के आगमन के बाद कई राज्यों में अच्छी बारिश देखने को मिली है। स्काइमेट वेदर के मुताबिक बुधवार (3 जुलाई 201) को असम का उत्तरी लखीमपुर शहर में 188 मिलीमीटर बारिश के साथ देश का सबसे अधिक वर्षा वाला शहर रहा। इसके बाद मध्य प्रदेश जबलपुर और खंडवा में सबसे ज्यादा बारिश देखने को मिली। झारखंड का जमशेदपुर सबसे ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र में चौथे स्थान पर है तो वहीं महाराष्ट्र के जानला और महाहबलेश्वर पांचवे और छठे स्थान पर। इसके बाद सातवें स्थान पर मध्य प्रदेश का दमोह है। वहीं आठवें स्थान पर पश्चिम बंगाल का डायमंड हार्बर। 9वें स्थान पर तेलंगाना का जिमामाबाद जबकि दसवें स्थान पर महाराष्ट्र का बुलढाणा।
अगले हफ्ते तक मानसून के पूरे भारत में छा जाने की संभावना है। मंगलवार को दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना जतायी गई थी, लेकिन दिल्ली और पूरे एनसीआर का बारिश का इंतजार अभी और लंबा चलेगा, जो गर्मी की तपिश झेल रहा है। हालांकि, मौसम विभाग ने कहा है कि ये स्थितियां मानसून के आगे बढ़ने के अनुकूल हैं और अगले कुछ दिनों में बारिश की संभावना है। पिछले 24 घंटों के दौरान वाराणसी, इलाहाबाद, लखनऊ तथा आगरा मंडलों में दिन का तापमान सामान्य से काफी अधिक रहा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तथा इसके आसपास हुई बारिश से गर्मी और उमस कुछ कम हुई है। आसमान में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने हल्की बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।
रविवार से मुंबई में हो रही भारी बारिश से रेल, हवाई एवं सड़क यातायात पटरी से उतर गया और कई ट्रेनों एवं उड़ानों को रद्द करना पड़ा। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश के पूर्वानुमान के बाद अधिकारियों ने शहर और आस-पास के क्षेत्रों में मंगलवार को छुट्टी घोषित कर दी।
मुंबई में मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटे में 375.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो एक दिन में 5 जुलाई, 1974 के बाद दूसरी और 26 जुलाई, 2005 के बाद की सबसे भीषण बरसात है।
दिल्ली के कई इलाकों में आज आसमान में बादल छाए हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार को राजधानी में हल्की बारिश की संभावना जतायी थी। हालांकि मंगलवार को बारिश नहीं हुई, अब बुधवार को दिल्ली के कुछ इलाको में बारिश की संभावना है।
मुंबई में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे मुंबई में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अब बुधवार को मुंबई के लोगों को बारिश से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। हालांकि गुरुवार को फिर से मुंबई में भारी बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब और हरियाणा के दूर दराज इलाकों में बृहस्पतिवार तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। ओडिशा में बुधवार तक और बारिश हो सकती है। मछुआरों से बुधवार तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है।
महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 39 लोगों की मौत की खबर है। मुंबई में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बाधित कर दिया है। शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया और दीवार ढहने से 21 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि बारिश संबंधी घटनाओं में पिछले 24 घंटे में राज्य के अन्य हिस्सों में 14 लोगों की मौत हो गई।
वहीं मानसून की देरी पर कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि खरीफ की धान जैसी फसल की बुवाई रफ्तार पकड़ेगी, क्योंकि मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी महीनों में बारिश अच्छी रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द नए फसल वर्ष के लिए अधिसूचित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फैसला करेगी जिससे बुवाई और रफ्तार पकड़ेगी।
मौसम विभाग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में मॉनसून पहुंच गया और वह अगले एक-दो दिन में पहाड़ी राज्य के अन्य हिस्सों में पहुंचेगा। पूरे राज्य में चार जुलाई से आठ जुलाई तक बड़े पैमाने पर बारिश होगी।
सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा था और न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बचाया कि दिल्ली में तपती गर्मी ने उसकी बिजली की मांग को मंगलवार दोपहर सबसे ऊंचे स्तर 7,409 मेगावॉट पर पहुंचा दिया।
महाराष्ट्र के रत्नागिरी में तिवरे डैम टूटने से 2 लोगों की मौत की खबर है। वहीं इस हादसे में कई लोग लापता हैं। डैम टूटने की वजह से पास के 7 गांवों में बाढ़ के हालात हैं।
मौसम विभाग अधिकारियों ने बताया कि नमी युक्त पूर्वा हवाओं की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में तापमान में थोड़ी सी गिरावट आई है। इससे अगले 72 घंटों में मॉनसून के लिए अनुकूल स्थितियां बनी हैं। मौसम विभाग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि बुधवार को हल्की बारिश होने की संभावना है।